- जमशेदपुर कोऑपरेटिव कॉलेज में शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन
- प्राचार्य ने सभी से महाविद्यालय को विश्वविद्यालय बनाने में सहयोग करने की अपील
जमशेदपुर.
जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में सोमवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर भव्य Symphony – द स्वर संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया. महाविद्यालय के इतिहास में पहली बार इस तरह का भव्य कार्यक्रम का आयोजन शिक्षक दिवस के अवसर पर किया गया. इसके तहत जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में सोमवार को कॉलेज के एलुमिनाई एसोसिएशन की ओर से शिक्षक दिवस- Symphony – स्वर संगम समारोह का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्य के जल संसाधन तथा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री रामदास सोरेन थे. उन्होंने कहा कि पदभार संभालते ही मैंने समीक्षा बैठक कर सभी विश्वविद्यालयों से संबंधित समीक्षा की. बैठक में उन्होंने सबसे पहले कोल्हान विश्वविद्यालय और उसमें भी सबसे पहले जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के संबंध में चर्चा की. चूंकि वह भी इस कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र रहे हैं, इसलिए आज शिक्षा मंत्री के रूप में यहां मुख्य अतिथि के रूप में आने को उन्होंने यादगार अनुभव बताया. मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि बैठक में उन्होंने पाया कि झारखंड सरकार के जितने भी विभाग हैं, उनमें सबसे अधिक फाइलें शिक्षा विभाग में ही पेंडिंग (लंबित) हैं. पेंडिंग फाइलों की संख्या करीब 50-60 है. यह दर्शाता है कि विभाग में काम नहीं हो रहा है. यह बात राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कही.
लॉ कॉलेज अलग होगा
अपने संबोधन के क्रम में मंत्री रामदास सोरेन ने जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज की सारी व्यवस्था अलग होगी. इस कॉलेज का विस्तार और भवन निर्माण भी होगा. इसके लिए डीपीआर भी तैयार है. जल्द ही इस पर कार्य आरंभ होगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि वह मंत्री को पूरे राज्य के लिए हैं, लेकिन जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज का कोई भी कार्य विभाग में एक दिन भी नहीं रुकेगा एवं जो भी फाइल आयेगी, उसका अविलंब निष्पादन किया जायेगा.
प्राचार्य ने मंत्री को बार-बार राम और अहिल्या की याद दिलाया
इससे पूर्व कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमर सिंह ने शॉल व पौधा भेंट कर अतिथियों का स्वागत भाषण किया. स्वागत भाषण के क्रम में प्राचार्य ने बार-बार मंत्री रामदास सोरेन को राम की संज्ञा देते हुए जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज रूपी अहिल्या का उद्धार यानी इसे यूनिवर्सिटी बनाने का आग्रह किया. उन्होंने बताया कि डीपीआर तैयार है. अब प्रस्ताव को कैबिनेट से पारित कराना है. अब कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र रामदास सोरेन राज्य के शिक्षा मंत्री हैं, तो यह कार्य आसानी से संभव है. स्वागत भाषण के क्रम में प्राचार्य डॉ सिंह ने बार-बार मंत्री श्री सोरेन को राम और कॉलेज को अहिल्या की संज्ञा देते हुए उद्धार का आग्रह किया.
डॉ सनातन दीप व पूर्ववर्ती छात्रों ने बांधी समा
समारोह में कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र एवं जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में संगीत विभागाध्यक्ष डॉ सनातन दीप एवं रवि भामरा एवं अन्य ने विभिन्न विधाओं के गीत-संगीत प्रस्तुत कर समा बांध दी. मंत्री रामदास सोरेन, कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति – सह- प्रमंडलीय आयुक्त हरि कुमार केसरी, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजेंद्र भारती, प्राचार्य डॉ अमर सिंह, विश्वविद्यालय के वित पदाधिकारी बी के सिंह,संस्थापक सिंडिकेट सदस्य राजेश कुमार शुक्ल समेत अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरुआत की. इसके बाद जूलॉजी विभाग की एक छात्रा ने शिक्षकों के सम्मान में समर्पित मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया. वहीं डॉ सनातन दीप ने “केसरिया बालम पधारो म्हारे देश…”, ठुमरी, चैती समेत अन्य गीत प्रस्तुत कर समारोह को सात सुरों के रंग में रंग दिया.
ये थे उपस्थित
कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ एके खान, वित्त पदाधिकारी, पूर्व परीक्षा नियंत्रक व वित्त पदाधिकारी डॉ पीके पाणी, पूर्व प्रॉक्टर डॉ अशोक कुमार झा, सांख्यिकी विभागाध्यक्ष सह वीमेंस यूनिवर्सिटी के प्रथम कुलसचिव रहे डॉ प्रभात कुमार सिंह, डॉ संजय यादव, डॉ राजेश कुमार, डॉ अशोक कुमार रवानी, डॉ नीता सिन्हा, प्रो ब्रजेश कुमार, डॉ अंतरा कुमारी, डॉ स्वाति सोरेन, डॉ पुष्पा तिवारी, प्रो पियाली, समेत सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं, ग्रेजुएट कॉलेज की प्राचार्य डॉ वीणा सिंह प्रियदर्शी, वर्कर्स कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसपी महालिक, एलबीएसएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ बीएन प्रसाद, पूर्ववर्ती छात्र श्यामा प्रसाद कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो एचपी शुक्ल, कांग्रेस नेता अजय सिंह, भाजपा नेता व समाजसेवी विमल जालान, पूर्ववर्ती छात्र व आरवीएस कॉलेज के सचिव भरत सिंह, पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष व भाजपा नेता राजकुमार सिंह समेत कई पूर्ववर्ती एवं मौजूदा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.