जमशेदपुर.
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के शिक्षा संकाय में इग्नू बीएड कार्यशाला के पांचवें दिन प्रथम सत्र की शुरुआत प्रार्थना सभा से की गई. प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ त्रिपुरा झा ने समावेशी परिवेश में भाषाई विविधता और शिक्षण अधिगम में मदद करने में परिस्थितिक और सामाजिक, राजनैतिक वास्तविकताओं की भूमिका को स्पष्ट किया ताकि कक्षा कक्ष में शिक्षक भाषाई विविधता और शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में इसकी भूमिका के प्रति शिक्षक संवेदना निर्मित कर सकें. प्रथम एवं द्वितीय सत्र में विद्यालय प्रशिक्षण के दौरान किए गए क्रियाकलापों के प्रतिवेदन और चिंतनशील डायरी का आकलन किया गया.
30 छात्रों ने प्रस्तुत किए रिपोर्ट
60 शिक्षार्थियों में 30 छात्रों ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत किये और 30 छात्रों ने उस पर रचनात्मक प्रतिपुष्टि दी. तृतीय एवं चौथे सत्र में पांच शिक्षण शास्त्रीय पाठ्यक्रमों के लिए पांच समानांतर सत्र विभिन्न विषय के विशेषज्ञों ने शिक्षण विषयों से संबंधित पाठ योजना प्रस्तुत करवाए. कार्यशाला के श्रोतविद डॉ सुशील कुमार तिवारी, डॉ त्रिपुरा झा, डॉ समीउल्लाह अंसारी, डॉ मोनिका उप्पल, नेहा सुरुचि मिंज और अंजनी कुमारी ने अपने प्रभावशाली शिक्षण से कक्षा को रोचक बनाए रखा. सत्र का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ.