जमशेदपुर. अंतरराष्ट्रीय हिंदी साहित्य भारती के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अरुण सज्जन की चौबीसवीं सद्य: प्रकाशित पुस्तक “मगध का पाषाण पुरुष: दशरथ…
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जमशेदपुर. साहित्य की खुशबू फैलाने वाली शहर की चिरपरिचित साहित्यिक संस्था “हुलास” द्वारा “मातृ दिवस” के सुअवसर पर एक काव्य-सम्मेलन…
प्रियंका कुमारी. ईश्वर व्याप्त रहा कण कण में देखूं या न देखूं पर वो देख रहा है,अंत:पुर रमा और रमा…
कैलाश नाथ शर्मा, ग़ाज़ीपुरी. रउरे किरिया रउरे किरिया ए राजा ,रउरे किरिया ।अबकी होली ना मनाइब ,रउरे किरिया ।।रउरे किरिया…
मनोज किशोर. महिला दिवस की शुभकामनाएं हे जगतजननी नारी,तू मान है, सम्मान है,हर घर की शान है.तुझसे शुरू सुबह है,तुझसे…
शोभा देवी, जमशेदपुर. नारी हूं मैं नारी नारी हूं मैं नारी नहीं मैं अबला बेचारी कल तक भी मैं थी…
स्वेता, सेंट लुइस (यूएसए) पता है आज सबके पास सबकुछ हैलेकिन फिर भीखुशियों की तलाश में भटक रहे हैं सभी……..क्योंकि…
जमशेदपुर. “जिंदगी आसान नहीं होती ” कहां जिंदगी आसान होती है,जहां भी देखूं परेशान होती है।सुबह आती फिर शाम होती…
डॉ पुरुषोत्तम कुमार. हे राम, इनका भी उद्धार करो हे राम, राम, हे अविनाशीप्रमुदित चितवन,भारतवासीविश्व प्रेम की, परम दिव्यताकण कण…
मनोज किशोर, जमशेदपुर. बेटी भी पहचान है बेटी मेरी मान है,अभिमान है, सम्मान है,जान है, प्राण है,स्वर है, झंकार है,परिवार…