- कैंपस बूम लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है, कोल्हान आयुक्त सह केयू के कुलपति से सीधा सवाल
- नयी शिक्षा नीति 2020 के गाइड लाइन के तहत डिग्री कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई को बंद करना है
- कैंपस बूम में खबर प्रकाशित होने के बाद जागे छात्र संघ के प्रतिनिधि, प्रदर्शन, ज्ञापन सौंपने का दौर हुआ शुरू
जमशेदपुर.
नयी शिक्षा नीति 2020 के तहत डिग्री कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई को बंद करने से संबंधित एक गाइडलाइन को लेकर झारखंड शिक्षा विभाग का गैर जिम्मेदराना रवैया से 10वीं पास हजारों विद्यार्थी इंटर में दाखिला के लिए कॉलेज-कॉलेज भटक रहे हैं. यह मामला पिछले डेढ़ माह से चल रहा है, लेकिन आश्चर्य की बात है कि इस दिशा में विभाग कोई ठोस कदम उठाने को तैयार नहीं है. अब तक सही मार्गदर्शन, दिशा निर्देश जारी नहीं किया जा रहा है कि आखिर कॉलेजों को करना क्या है? दूसरी ओर जिला स्तर पर शिक्षा विभाग की ओर से अब तक एक भी पब्लिक नोटिस जारी कर यह जानकारी नहीं दिया गया कि कहां कहां प्लस टू स्कूल है और कितने इंटर कॉलेज है जहां दाखिला चल रहा है? बच्चे और उनके अभिभावक पूरी तरह से असमंजस की स्थिति में हैं और भविष्य को लेकर चिंतित है.
इस मुद्दे को लेकर कैंपस बूम लगातार खबरों के माध्यम से जिम्मेदारों को जगाने का प्रयास कर रहा है. इस मामले को लेकर बुधवार को जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज पहुंचे कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त सह कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति मनोज कुमार से कैंपस बूम ने सीधा सवाल पूछा कि आखिर इंटर में दाखिला के लिए बच्चे क्या करें? कोई स्पष्ट गाइडलाइन क्यों नहीं जारी किया जा रहा है. आश्चर्य की बात है कि प्रभारी कुलपति ने पहले तो कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी भी नहीं है कि इंटर में दाखिला नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है, तो प्रशासनिक तौर पर कोई पहल की जायेगी. बच्चों का दाखिला कहीं न कहीं तो होगा ही. दूसरी ओर जो कॉलेज प्रबंधन यह बोल रहे हैं कि वे भी दाखिला लेने के लिए परेशान हैं, लेकिन उनके पास स्पष्ट जानकारी नहीं है उनके समक्ष ही कुलपति ने यह कर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया कि कॉलेजों से उन्हें इसकी जानकारी नहीं मिली है कि बच्चे एडमिशन के लिए आकर लौट रहे हैं.
अब जागे छात्रों की राजनीति करने वाले छात्र नेता :
छात्रों की राजनीति करने वाले छात्र संघ को भी यह मामला फायदे का नहीं लग रहा था. कॉलेज में हर दिन बच्चे इंटर में दाखिला लेने के लिए पहुंच रहे हैं और वापस लौट रहे हैं, लेकिन किसी ने कोई पहल नहीं की. हालांकि अचानक अलग अलग छात्र संघ के कार्यकर्ताओं की नींद बुधवार को खुली गयी. कोई डीएसई ऑफिस में घेराव करने पहुंचा, तो कोई उपायुक्त कार्यालय में ज्ञापन सौंप कर इंटर में दाखिला को लेकर स्थिति को स्पष्ट करने की बात कही.
कोल्हान छात्र संघर्ष मोर्चा ने पहुंचा उपायुक्त कार्यालय, राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
कोल्हान छात्र संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल पूरे झारखंड के डिग्री कॉलेजों में इंटर नामांकन बंद होने की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा. संरक्षक सोनू ठाकुर ने कहा की राज्य के लगभग 96,000 विद्यार्थी इंटर में नामांकन के लिए एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज भटक रहे है. मगर किसी भी डिग्री कॉलेजों में उनका नामांकन नहीं लिया जा रहा है वहीं दूसरी ओर सारे डिग्री कॉलेजों व अधिकारियों का कहना है कि नई शिक्षा नीति के कारण अब हम पूर्व की भांति नामांकन नहीं ले सकते. विद्यार्थियों को इंटर कॉलेज या प्लस टू स्कूलों में दाखिला लेना होगा. छात्र नेता सूरज ओझा का कहना है कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था इतनी लचर है न तो यहां पर्याप्त इंटर कॉलेज है न ही प्लस टू स्कूल और जो है भी उनमें शिक्षकों की भारी कमी है. क्योंकि झारखंड बनने के बाद आज तक इंटर शिक्षकों की बहाली ही नहीं हुई. राज्य में पिछड़े, ग्रामीण व आदिवासी बच्चों की भी संख्या बहुत ज्यादा है सभी का भविष्य अंधकार में दिखता हुआ प्रतीत हो रहा है. कोल्हान छात्र संघर्ष मोर्चा का स्पष्ट कहना है कि हम झारखंड के विद्यार्थियों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे और पूर्व की भांति इंटर की पढ़ाई सरकार फिर से शुरू करे या कोई वैकल्पिक व्यवस्था करे नहीं तो हम आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे. प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से बिमल बैठा, सूरज ओझा, कुंदन यादव, वीरेंद्र कुमार, सुमित, प्रभात शंकर तिवारी और अन्य मौजूद थे.
एबीवीपी ने डीईओ कार्यालय में किया प्रदर्शन :
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जमशेदपुर महानगर इकाई के डिग्री कॉलेज द्वारा ग्यारहवीं के दाखिला प्रारंभ करने की मांग को लेकर के जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के बाहर धरना दिया गया. कहा गया कि जब तक 11वीं में दाखिला शुरू नहीं होता है तब तक ये आंदोलन चलता रहेगा. छात्र नेता बापन घोष ने कहा कि एक महीने से अधिक समय हो गए हैं दसवीं के परिणाम निकले हुए लेकिन अभी तक 11वीं के महाविद्यालय में दाखिला की प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हुई है जिसके कारण छात्र इतनी गर्मी में प्रतिदिन परेशान हो रहे है. कई बार ज्ञापन देने के बाद भी जिला शिक्षा पदाधिकारी और झारखंड अधिविद्य परिषद छात्रों के बातों को सुनने को तैयार नहीं है. महाविद्यालय में पढ़ाई बंद होने से सिर्फ छात्र ही नहीं सैंकड़ो शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी भी परेशान है.
आंदोलनरत छात्र प्रतिनिधियों से दोपहर दो बजे जिला शिक्षा अधीक्षक मिलने पहुंची और आश्वासन दिया कि ग्यारहवीं के विषय पर बात करने के लिए ही जिला शिक्षा पदाधिकारी बैठक करने रांची गई है. जल्द परिणाम आने की बात उन्होंने कही. इस आश्वासन के बाद छात्र धरना से उठ गये. धरना पर विद्यार्थी परिषद के महानगर मंत्री अमन ठाकुर, गौरभ साहू, बापन घोष, सिद्धार्थ सिंह, विवेक झा, कार्तिक झा, यश अग्रहरि, प्रियांशु राज, अभिषेक कुमार, शुभम राज, सौरभ पाठक अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे.