राजीव दुबे, जमशेदपुर.
धरा बदल सकते हैं वो
आसमान बदल सकते हैं वो,
धरती अंबर की क्या बिसात,
इंसान बदल सकते हैं वो,
शैतान भी सज्जन हो जाए,
बंजर भी उपवन हो जाए,
गुरु की कृपा हो जाए तो,
अंधेरे में उजाला हो जाए,
उनका जो सानिध्य पाते हैं,
कर्तव्य पथ पर बढ़ जाते है,
हीन पत्थर से व्यर्थ पड़े जो,
मंदिर की मूरत बन जाते हैं,
गुरु के चरणों में ही तो स्वर्ग है,
गुरु ज्ञान का सागर है,
गुरु की कृपा जिस पर हो जाए,
वो अर्जुन सा श्रेष्ठ बन जाए,
गुरु की महत्ता दिल में बसाओ,
गुरुओं का उनका सम्मान दिलाओ,
गोविंद से बढ़कर गुरु हुए है,
जन्नत और स्वर्ग यही हुए हैं.
शिक्षक दिवस की बधाई
देते हैं शिक्षा, शिक्षक हमारे,
नमन चरणों में गुरु तुम्हारे
बिना शिक्षा सूना जीवन है,
शिक्षित जीवन सदा नवजीवन है,
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.