- दलमा के मकुलाकोचा में वन विकास अभिकरण की हुई बैठक में तैयार किया गया फैसला
- एक सितंबर से नया शुल्क होगा लागू
- एक सितंबर से सफारी सवारी की सेवा भी होगी शुरू
- दलमा में पर्यटकों की बढ़ रही संख्या को कम करना भी है मकसद
- बढ़ी हुई राशि से प्राप्त आय का खर्च विकास कार्य, देखरेख व स्थानीयों के रोजगार के लिए होगा
जमशेदपुर.
झारखंड, बिहार, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल का सबसे प्रसिद्ध और रोमांचित पर्यटन स्थल दलमा अभयारण्य का भ्रमण करना पर्यटकों के लिए अब महंगा होने वाला है. पर्यटकों की गाड़ी से लेकर रहने ठहरने अन्य सुविधा शुल्क में बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार किया गया है. यही नहीं दलमा की ऊंचाई पर बाइक से जाने पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है. दलमा इको सेंसेटिव जोन वाले सेंचुरी में शामिल है. यहां वन्य जीव प्राणी रहते हैं. उसको ध्यान में रखते हुए कई तरह के फैसले लिए गये है. दलमा से जुड़ी नये बदलाव को लेकर पढ़िए ये पूरी खबर.
एफडीए की हुई बैठक, वन व जिला प्रशासन के पदाधिकारी हुए शामिल :
दलमा अभयारण्य के विकास व भविष्य की रणनीति के लिए गुरुवार को मकुलाकोचा रेस्ट हाउस में वन विभाग और जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की गयी. यह बैठक वन विकास अभिकरण (एफडीए) के चेयरमैन मुख्य वन संरक्षक वाइल्ड लाइफ एस नटेस की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में डीएफओ वाइल्ड लाइफ दलमा रेंज अभिषेक कुमार, रेंजर, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्सय पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला जन संपर्क पदाधिकारी व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
वन्य जीवों की रक्षा, सुरक्षा, दलमा के अंतर्गत आने वाले गांव के विकास पर रहा फोकस, शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार :
दलमा इको सेंसेटिव जोन में शामिल है. 197 वर्ग किलोमीटर में फैला यह ऐसा अभयारण्य है जहां वन्य जीव भी रहते हैं. इसके अंतर्गत करीब 80 गांव हैं जहां के लोगों की आजीविका पूरी तरह से दलमा पर ही आश्रित है. वर्तमान में दलमा में आने वाले पर्यटकों और गाड़ियों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है. प्रत्येक वर्ष 50 से 55 हजार से ज्यादा पर्यटक व उसी अनुपात में गाड़ियों की संख्या है. इससे यहां के पर्यावरण को काफी प्रभाव पड़ा है. यह बातें गुरुवार को हुई एफडीए की बैठक में सामने आयी. एफडीए की बैठक में यह तय किया गया कि इसे कंट्रोल करने और दलमा के विकास कार्य व यहां के गांव ग्रामीणों के विकास, रोजगार के लिए विभिन्न सेवा शुल्क में वृद्वि की जायेगी. शुल्क बढ़ाने के फैसले को लेकर प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. यह प्रस्ताव इको डेवलपमेंट कमेटी के पास भेजा जायेगा. प्रस्ताव के पास होने के बाद एक सितंबर से इसे लागू कर दिया जायेगा. दलमा डीएफओ अभिषेक कुमार से यह पूछने पर कि क्या पर्यटकों के फुटफॉल को कम करने की नियत से ऐसा फैसला लिया जा रहा है. उन्होंने इसका जवाब इस तरह दिया कि गाड़ियों की संख्या और पर्यटक बहुत बढ़ गये है. इससे दलमा के पर्यावरण पर काफी प्रभाव पड़ा है. सड़के खराब हो रही है. धूल ज्यादा उड़ रहे हैं. इससे वन्य जीवों को काफी समस्या हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा जो भी शुल्क बढ़ाई जायेगी, उस राशि का खर्च दलमा की देखरेख व स्थानीय गांव के लोगों के विकास कार्य व रोजगार के लिए किया जायेगा.
बाइक पर रोक, कार के इंट्री पर अब 80 के बजाए देने होंगे छह सौ रुपये :
दलमा में अब बाइक की इंट्री पर रोक लगा दी गयी है. मतलब दलमा के प्रवेश द्वार मकुलाकोचा के बाद कोई भी पर्यटक बाइक से पहाड़ी की ओर नहीं जा पायेंगे. उन्हें पैदल ही आगे का सफर तय करना होगा. या अन्य शुरू होने वाली सफारी सेवा का लाभ लेना होगा. पैदल प्रवेश के लिए पूर्व की तरह प्रति व्यक्ति दो रुपये शुल्क निर्धारित है. जहां एक ओर बाइक के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है. वहीं कार के इंट्री पर जहां 80 रुपये शुल्क था अब वह सीधे पांच गुणा से भी ज्यादा बढ़ा कर 600 रुपये कर दिया गया है. इसी तरह ऑटो, बस व अन्य गाड़ियों के शुल्क में वृद्धि की गयी है.
रेस्ट हाउस भी हुआ महंगा, दोगुना बढ़ेगा शुल्क :
दलमा में दो रेस्ट हाउस है मकुलाकोचा और पिंड्राबेड़ा. मकुलाकोचा के रेस्ट हाउस की बुकिंग आम पर्यटकों के लिए होती है. इसमें एसी रेस्ट हाउस का बुकिंग चार्ज जाे अभी 1000 रुपये हैं वह बढ़ा कर दो हजार रुपये हो जायेगा. वहीं नन एसी वाले रेस्ट हाउस का शुल्क पांच सौ रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया जायेगा.
एक सितंबर से लागू होंगे नये रेट, सफारी का भी मिलेगा आनंद :
डीएफओ अभिषेक कुमार ने बताया कि नये शुल्क का प्रस्ताव अभी तैयार किया गया है. इसको फाइनल करने के पहले कमेटी के पास भेजा जायेगा. नये रेट एक सितंबर से लागू होंगे यह जानकारी डीएफओ ने दी है. साथ ही उन्होंने दलमा में शुरू होने वाली नयी सेवा सफारी के बारे में भी बताया कि एजेंसी तय कर यह भी एक सितंबर से शुरू कर दिया जायेगा. जहां एक ओर बाइक पर रोक लगाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर सफारी सेवा शुरू होने से बाइक से पहुंचने वाले पर्यटक इसका लाभ उठा कर दलमा का भ्रमण कर सकते हैं. हालांकि सफारी में प्रति व्यक्ति शुल्क तय नहीं किया गया है.