- नया उपकरण बीमारी का बेहतर तरीके से पता लगाने के लिए ज्यादा सटीकता में मदद करेगा
जमशेदपुर.
मरीजों के देखभाल में लगातार सुधार करने के अपने प्रयास में, मेहरबाई टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल (MTMH) ने अपने डायग्नोस्टिक सेंटर में टोमोसिंथेसिस के साथ एक अत्याधुनिक मैमोग्राफी मशीन स्थापित की है.
मशीन का उद्घाटन आज अत्रेयी सान्याल, वाईस प्रेसिडेंट, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, टाटा स्टील ने चाणक्य चौधरी, वाईस प्रेसिडेंट, कॉर्पोरेट सर्विसेज, टाटा स्टील की उपस्थिति में किया.
इस अवसर पर एमटीएमएच के चेयरमैन डॉ आरएन शर्मा, डॉ सुधीर राय, जेनरल मैनेजर, मेडिकल सर्विसेज, डॉ ममता रथ दत्ता, चीफ कंसल्टेंट तथा हेड ऑफ डिपार्टमेंट मेडिकल इनडोर सर्विसेज के साथ टाटा मेन हॉस्पिटल और एमटीएमएच के अन्य सीनियर फैकल्टी उपस्थित थे.
डॉ. सुजाता मित्रा, डायरेक्टर, एमटीएमएच ने इस उच्च-स्तरीय मशीन के फायदों पर प्रकाश डाला, जिससे संदिग्ध स्तन कैंसर के परीक्षण की सटीकता में सुधार होगा. स्तन कैंसर की जांच के लिए मैमोग्राफी अनुशंसित विधि है. नई मशीन के आने और सटीकता में सुधार होने से रोग का बेहतर तरीके से पता लगाया जा सकेगा.
मैमोग्राफी मशीन का उद्घाटन स्तन कैंसर जागरूकता माह का हिस्सा है जो आज समाप्त हुआ. महीने के दौरान विभिन्न पहल की गईं, जिनमें विभिन्न मीडिया प्लेटफार्मों पर जागरूकता वार्ता और सत्र तथा स्तन कैंसर की जांच के लिए महिला पत्रकारों की मुफ्त जांच शामिल है.
एमटीएमएच, जमशेदपुर में एक ट्रस्ट अस्पताल की स्थापना 1975 में इस क्षेत्र के कैंसर रोगियों की देखभाल के लिए की गई थी. इसका नाम सर दोराबजी टाटा की पत्नी लेडी मेहरबाई टाटा के नाम पर रखा गया है. 2017 में, टाटा ट्रस्ट्स ने नागरिक बुनियादी सुविधाओं और उपकरणों में निवेश के माध्यम से एमटीएमएच को 72 बिस्तरों वाले कैंसर अस्पताल से 128 बिस्तरों वाले व्यापक कैंसर देखभाल सुविधा में अपग्रेड करने की एक परियोजना को मंजूरी दी.
इस परियोजना का शिलान्यास समारोह 2 मार्च 2018 को रतन टाटा द्वारा किया गया था और उन्नत अस्पताल का उद्घाटन 13 मार्च 2019 को उन्हीं के द्वारा किया गया था. एमटीएमएच, 128 बिस्तरों वाला अस्पताल अब चिकित्सा और रेडिशन ऑन्कोलॉजी सहित व्यापक कैंसर देखभाल सुविधा, टीएमएच के साथ सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, प्रशामक देखभाल और उन्नत नैदानिक सुविधाएं (सीटी, एमआरआई, पीईटी-सीटी) प्रदान करता है. इसके पास एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला है. इमेज गाइडेड बायोप्सी, जो कि जमशेदपुर में कहीं और नहीं की जाती, नियमित रूप से एमटीएमएच में की जाती है. बुनियादी संरचना में एक डे केयर कीमोथेरेपी वार्ड, प्रितपाल पैलिएटिव केयर सेंटर (सूरी फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित) और अच्छी तरह से सुसज्जित सामान्य वार्ड और केबिन शामिल हैं.
इसके अलावा, एक अत्याधुनिक ट्रू बीम रेडियोथेरेपी मशीन, जो झारखंड में अपनी तरह की एकमात्र है, सबसे उन्नत और सटीक रेडिशन थेरेपी के साथ रोगियों का इलाज करने में मदद करती है.
एमटीएमएच पीएम-जेएवाई (आयुष्मान भारत) योजना के तहत मरीजों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करता है. मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के माध्यम से भी कई रोगियों को सहायता प्रदान की जाती है. इनके अलावा, कॉरर्पोरेट और अन्य लोग उदारता पूर्ण दिए गए दान के माध्यम से गरीब मरीजों की सहायता करते हैं (केएमसीओ ट्रस्ट, सूरी सेवा फाउंडेशन, जमशेदपुर कंटीन्यूअस एनीलिंग एंड प्रोसेसिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, टिनप्लेट आदि कुछ ऐसे नाम हैं). एमटीएमएच का प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी कैंसर रोगी को धन की कमी के कारण परेशानी न हो और वह ऐसा करने में सक्षम है क्योंकि उसे जमशेदपुर के समाज से अपार समर्थन मिल रहा है.