जमशेपर वीमेंस यूनिवर्सिटी में 77वें स्वतंत्रता दिवस पर समारोह का आयोजन
जमशेदपुर.
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में 77वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया. सिदगोड़ा और बिष्टुपुर दोनों कैंपस में कुलपति प्रो (डॉ) अंजिला गुप्ता ने झंडोत्तोलन किया. इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हम देश की खुली फ़िजा में सांस ले रहे हैं, जो सारी बाधाओं को पार करते हुए आज विश्व की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. वह दिन भी दूर नहीं जब भारत विश्व गुरु के रूप में पुनः अपनी पहचान बना लेगा. भारत का शाब्दिक अर्थ ही है भा-रत अर्थात जो ज्ञान में रत है.
सितंबर माह में यूनिवर्सिटी सिदगोड़ा कैंपस में शिफ्ट हो जाएगी
इस अवसर पर बहुप्रतीक्षित घोषणा करते हुए कुलपति ने स्पष्ट कर दिया कि अगले माह सितंबर में निश्चित रूप से यूनिवर्सिटी सिदगोड़ा कैंपस में शिफ्ट हो जाएगी और यूनिवर्सिटी का ये कैंपस भी क्रियाशील हो जाएगा. उन्होंने बताया की एक बड़े भू भाग पर स्थित इस कैंपस में यूनिवर्सिटी की गतिविधियों के लिए आवश्यक ऑडिटोरियम, छात्राओं के लिए कॉमन रूम, स्पोर्ट्स एंड कल्चरल रूम, कांफ्रेंस हॉल आदि की भी व्यवस्था की जाएगी या निर्माण किया जायेगा जिससे विश्वविद्यालय राजभवन के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा हासिल कर सके.
यूथ पार्लियामेंट डिबेट के लिए पूरे झारखंड की दस छात्राओं में यूनिवर्सिटी की तीन छात्राओं का चयन किया गया
विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का लेखा जोखा प्रस्तुत करते हुए उन्होंने बताया कि वोकेशनल कोर्सेज के अलावा एक वर्ष के सर्टिफिकेट कोर्स एड ऑन के रूप में शुरु किए गए हैं. ये सामान्य डिग्री के साथ किए जा सकते हैं और इनकी फी बहुत ही कम है. आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स, प्लान्ट टीशू कल्चर टेक्नोलॉजी, फूड माइक्रो बायोलॉजी, फोरेन्सिक साइन्स, सेरीकल्चर, इवेन्ट मैनेजमेन्ट, मशरूम कल्टीवेशन टेक्नॉलाजी, कथक, गिटार, गुड्स एवं सर्विस टैक्स एवं डिजिटल मार्केटिंग अन्य कोर्स के द्वारा छात्राओं के लिए रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे. इतना ही नहीं प्लेसमेन्ट सेल के अंतर्गत आईटी साइंस की छात्राओं की आवश्यकता को देखते हुए इन्हें अपने ही क्षेत्र में नौकरी के अवसर प्रदान किए गए हैं. इससे यहां के छात्राओं को नौकरी के लिए झारखण्ड से बाहर के राज्यों में जाना नहीं पड़ेगा. आईटी साइंस, जेनेरिक, वेदांता, विप्रो और कॉनसेन्ट्रिक में भी छात्राओं का प्लेसमेंट हुआ है. बीएससी की 13 छात्राओं का वेदांता में और कुछ छात्राएं आईआईएम के लिए चयनित हुई हैं. आरवीएस, आरबीएस ट्रांसमिशन, आईडीटीआर, आइडा अन्य संस्थानों के साथ एमओयू गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का आधार है. छात्राओं को एनइपी- 2020 के अनुरूप प्रौद्योगिकी कौशल का विकास करना मुख्य उद्देश्य है. चूंकि सिंहभूम क्षेत्र जनजातीय बहुल क्षेत्र है इस से यहां की छात्राओं को आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त होंगे.
शोध कार्य को महत्ता देते हुए हाल ही के कुछ महीने पहले पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में कुल 120 अभ्यर्थो शामिल हुए. रिसर्च एंड डेवलेपमेंट सेल का गठन किया गया है जो गुणात्मक शोध को सुनिश्चित करेगी. शोधार्थियों को उच्चस्तरीय प्रयोगशाला की सुविधा के साथ शोध के अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर पैकेज उपलब्ध कराया जाएगा. मानविकी, विज्ञान और कॉमर्स संकायों में ‘जर्नल’ के प्रकाशन के लिए पहल किए जा रहे है. शोधकार्य को आगे बढ़ाते हुए सभी संकायों के द्वारा आरएसी संपन्न हुआ. वाणिज्य संकाय की ओर से 6 दिनों तक पोस्ट बजट पर चर्चाएं हुई. सभी विभागों को मिलाकर यूनिवर्सिटी में 15 से ज्यादा छात्राओं ने नेट और कुछ ने तो जेआरएफ में सफलता पाई है. देश भर में हो रही विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी हमारी छात्राओं को सफलता मिली है. परीक्षा विभाग द्वारा समय पर परीक्षाओं का होना भी हमारी बड़ी उपलब्धि है. आज हमारी छात्राएं देश विदेशों में भी अध्ययन के लिए जा रही हैं. टिस्को अप्रेंटिस में विज्ञान की छात्राओं ने बाजी मारी है तो रसायन विज्ञान की छात्राओं ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. राष्ट्रीय स्तर का युवा कॉन्क्लेव 2023, 1 और 2 जून, 2023 को आयोजित किया गया था. यूथ पार्लियामेन्ट डिबेट के लिए पूरे झारखंड की दस छात्राओं में हमारी यूनिवर्सिटी की तीन छात्राओं का चयन किया गया था. बीएससी केमिस्ट्री की बसुंधरा मंडल, अंशिका मंडल तथा बायोटेक से मरिषा पांडेय चुनी गयी थीं.
विश्वविद्यालय के अधिकारियों का अहम योगदान
कुलपति ने रजिस्ट्रार डॉ राजेंद्र कुमार जायसवाल, वित्त पदाधिकारी डॉक्टर जावेद अहमद, प्रॉक्टर डॉ सुधीर कुमार साहू, परीक्षा नियंत्रक डॉ रमा सुब्रमणियन, डीएसडब्ल्यू डॉ किश्वर आरा, सीवीसी डॉ अन्नपूर्णा झा, डीओ डॉ सलोमी कुजूर, प्लेसमेंट सेल कोऑर्डिनेटर डॉ रत्ना मित्रा, स्पोर्ट्स एंड कल्चरल कोऑर्डिनेटर डॉ सनातन दीप, सभी संकायों के डीन और विभागाध्यक्षों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद भी दिया.
संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने देश के विविध रंगों की छटा बिखेरी
संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए जो देशभक्ति के रंग में रंगे थे. संगीत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सनातन दीप और विभाग की छात्राओं ने देशभक्ति सामूहिक गीत गाए और सुधा दीप के नेतृत्व में नृत्य और विशेषकर, रानी लक्ष्मीबाई पर आधारित नृत्य नाटिका ने सबको भाव विह्वल कर दिया. धन्यवाद ज्ञापन रजिस्ट्रार डॉ राजेंद्र जयसवाल ने और मंच संचालन डॉ नूपुर और डॉ मनीषा ने किया. कार्यक्रम में सभी विभागों की छात्राएं और मीडिया कर्मी भी उपस्थित थे.