जमशेदपुर.
आसमान में रात में टिमटिमाते अनगिनत छोटे तारे अपने संग कई रहस्य लिए चमकते हैं और हमें आनंदित करते हैं. विज्ञान के जानकार के पास इनके रहस्यों के सवाल के जवाब जरूर होंगे. लेकिन हम बच्चों के लिए तो यह छोटे छोटे तारे किसी बड़ी रोशनी से कम नहीं है. आसमान में नजरे घूमाते ही चमकते तारों को देखना और उन्हें गिनने की कोशिश करना और फिर से वहीं से शुरू करते हुए थक जाना, फिर मन में एक सवाल आना आखिर इतने सारे तारे आते कहां से है. छात्रा रिया ने अपने मन में उठते इसी सवाल को बहुत ही सुंदर ढंग से कविता में शब्दों से पिरोया है. अंग्रेजी में लिखी कविता से रिया ने न केवल तारों से उनके आने का रहस्य पूछा है बल्कि उससे विनती करते हुए बोल रही है, कि आ जाओ एक दिन तुम मेरे सपनों में और बता दो अपने होने और कहां से आते हो. छात्रा रिया तारों को लेकर कितनी जिज्ञासा रखती है उसकी यह कविता बता रही है. कैंपस बूम के कैंपस इवेंट के आज के इस अंक की कड़ी में रिया की इस कविता अलावा उनके द्वारा ही लिखित कहानी “पृथ्वी का विनाश समीप है” को भी शामिल किया गया है. रिया ने एक सुंदर सी तस्वीर भी भेजी है उसे भी जगह दी जा रही है.
Name – Riya Sharma
Class – 8B
School – Vivek Vidyalaya, Chota Govindpur, Jamshedpur.