जमशेदपुर.
जीवन में सब कुछ हासिल कर के भी हम उसका सुख नहीं भोग सकते हैं. पैसा, शोहरत, मान सम्मान अगर बहुत मिल जाये, तो हमें और भी ज्यादा गंभीर और अनुशासित होना पड़ता है. क्योंकि ये ऐसी चीज है जो हमारी परीक्षा लेती है और अगर हम भटक गये और अनुशासन का साथ छोड़ दिये तो रुपया, पैसा, शोहरत मान सम्मान सब तो गंवा ही देंगे साथ दूसरो की नजर में भी गिर जायेंगे. छात्रा मीनल ने अनुशासन पर आधारित कहानी लिखी है और जीवन में इसके महत्व को बताया है. उसकी कहानी में पिता, बेटी, पतंग और एक पक्षी पात्र है. इन चार पात्र के माध्यम से छोटी सी कहानी से मीनल ने बड़ी सीख दी है. वहीं छात्रा हरिप्रिया ने खुद को एक पक्षी होने की कल्पना की है. कहानी में वह सोचती है कि काश वह एक पक्षी होती और आजाद गगन में उड़ती. कैंपस बूम के कैंपस इवेंट के इस अंक में पढ़िए छात्रा मीनल और हरिप्रिया की
Name – Haripriya
Class – 9
School – J.H. Tarapre School, Dhatkidih, Jamshedpur.
Name – Meenal Gupta
School – Vivek Vidyalaya, Chota Govindpur, Jamshedpur
Class – 2 A