जमशेदपुर.
कैंपस बूम के कैंपस इवेंट में पढ़े छात्रा असलेशा की यह कविता. छोटा गोविंदपुर के विवेक विद्यालय ग्यारहवीं की छात्रा ने आईना कविता के जरिए आईना सच ही बतता है, यह हमें हर रंग रूप में अपनाता है. इस कविता के बारे में हम ज्यादा समीक्षा नहीं कर रहे है. असलेशा वादुरिया ने दो कविता हमें भेजी है दोनों को प्रकाशित कर रहे हैं. आप खुद ही पढ़े असलेशा की दोनों कविता.
Name : Aslesha Vaduriya
School : Vivek Vidyalaya
Class : 11(C)
हर शख्स को उसका असक दिखाता है,
यह आईना है साहब यह सच ही बताता है.
यह भेद न करता इंसानो में , न गीता में न क़ुरानो में.
हर रंग रूप को अपनाता सबको असलीयत दिखाता है.
यह चेहरे के पीछे का सच बताता है, यह ज़ख्मो का दर्द बताता है.
हँसता है मेरी खुशी में, रोता है मेरे गम में.
ये मेरी ज़िन्दगी का मकसद बताता है
यह आईना है साहब , सच ही बताता है.
मेरी कमियों को मेरे पास बैठता है,
उनसे लड़ने में मेरा हाथ बटाता है.
दिल सारे बेनकाब करे पर खामोशियों को अपनी फ़ितरत बताता है.
कहते है समय से बलवान कोई नहीं पर उससे भी बलवान है आईना,
जो हर समय को दिखाए ऐसा महान है आईना.
मेरे लिए तो सम्मान है आईना, फिर तेरे लिए क्यों अपमान है आईना.
पूछ खुद से, लड़ खुद से
उस आईने की तरह बन,
दिखा सच दुनिया को दर्द नहीं दूसरो के लिए मरहम बन.
आज एक परिंदा फिर उड़ गया…….
नोट: अगर आप भी कैंपस बूम के इस इवेंट में हिस्सा लेना चाहते हैं. देर किस बात की बस कैंपस बूम के मेल आईडी [email protected] या वाट्सएप नंबर 7004841538 पर अपनी इंट्री भेज सकते हैं. अपनी लेख, कविता, चित्रकारी के साथ अपना नाम, स्कूल का नाम, पता, मोबाइल/वाट्सएप नंबर और अपनी एक तस्वीर जरूर भेजे. 10 मई से 10 जून तक इंट्री स्वीकार होगी. उसके बाद मिली इंट्री को स्वीकार करने पर विचार किया जायेगा.