जमशेदपुर.
परिश्रम कभी बेकार नहीं जाता है और बिना मेहनत के कुछ भी नहीं मिलता है. कुछ ऐसा ही मानसी सिंह ने अपनी इस कहानी में बताना चाहा है. मानसी इसके साथ दो कविता भी भेजी है. मानसी की दोनों कविताएं संबंधों के अटूट प्रेम को सामने रख रही है. पिता शीर्षक कविता में मानसी ने एक पिता का बच्चों के जीवन में क्या महत्व है उसे अपनी शब्दों में बयां किया है. वहीं बहन शीर्षक कविता से मानसी दो बहन के बीच के संबंध को बखूबी प्रस्तुत किया है. वहीं बेटी शीर्षक कविता में मानसी ने बेटी भगवान का रूप है यह बताने का प्रयास किया है.
कैंपस बूम के कैंपस इवेंट में ऐसी इंट्री से बच्चों की प्रतिभा का पता चल रहा है. यही हमारा उद्देश्य है कि बच्चे अपनी रचनात्मकता का न केवल बाहर लाये बल्कि उन्हें उचित स्थान मिले और सम्मान मिले. यह छोटा सा प्रयास कैंपस बूम की ओर से किया जा रहा है. आप सभी छात्र छात्राओं का इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेना ही इसकी सफलता है.
Name – MANSHI SINGH
Class – 6C
School – VIVEK VIDYALAYA