जमशेदपुर.
कैंपस बूम की ओर से आप सभी विद्यार्थियों की रचनात्मक कलाओं को मंच देने के उद्देश्य से कैंपस इवेंट की शुरूआत 10 मई से की गयी थी. लेख, कहानी, कविता, चित्रकारी के लिए 10 जून अंतिम तिथि निर्धारित की गयी थी. इस अवधि में कैंपस बूम को बहुत सारी इंट्री आप सभी विद्यार्थियों की ओर से प्राप्त हुए. जिसके लिए कैंपस बूम की पूरी टीम आप सभी विद्यार्थी, स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों को साधुवाद देती है जिन्होंने इस इवेंट को सफल बनाया है. इंट्री मिलने के दो दिन बाद से उसे लगातार पोस्ट भी किया आने लगा था, जो जारी है. अब तक जो भी पोस्ट बचे हैं, उन सभी विद्यार्थियों की इंट्री को 11 जूने से 20 जून 2023 तक पोस्ट कर दिया जायेगा. अलग अलग श्रेणियों के प्रतियोगिता के आधार पर विजेताओं के नाम की घोषणा की जायेगी. कैंपस बूम का उद्देश्य था कि गर्मियों की छुट्टियों को आप सभी विद्यार्थी आनंद पूर्वक मनाये साथ ही उस आनंद के छण को कलमबद्ध करते हुए अपनी रचनात्मकता को पहचान दें और कैंपस बूम उसे एक मंच देकर आपके हौसले को उड़ान दे सके. सभी प्रतिभागियों का उत्साह देखते ही बन रहा है. एक एक विद्यार्थी ने तो गजब का उत्साह दिखाया है जिन्होंने चित्रकारी की, तो कहानी भी भेजी और कविता के माध्यम से भी अपने बाल साहित्यकार होने का परिचय दिया. हमने किसी भी लेख, कहानी, कविता से कोई छेड़छाड़ नहीं की, हुबहू उसे पोस्ट किया, ताकि जूरी मेंबर और सभी प्रतिभागी एक दूसरे की रचना को खुद ही देखे और एक दूसरे से सीखने की कोशिश करे. एक बार फिर से आप सभी का कैंपस बूम की पूरी टीम की ओर से आभार.
Name – Sneha
School – Vivek Vidyalaya, Chota Govindpur, Jamshedpur
Class – 9C
आज का यह पोस्ट में जमशेदपुर के गोविंदपुर स्थित विवेक विद्यालय के नौवीं की छात्रा स्नेहा का है. स्नेहा ने तीन अलग अलग इंट्री भेजी है. दो अलग अलग कविताओं में स्नेहा ने “लड़कियां देश की शान है और अभी तो आगे बढ़ना है” के माध्यम से हार नहीं मानने की बात कही है. लड़कियां देश की शाम कविता ने स्नेहा ने लड़कियों को अभिशाप नहीं बल्कि वरदान होना दर्शाया है, तो अभी तो आगे बढ़ना है कविता के जरिय निरंतर आगे बढ़ते रहने, हार नहीं मानने की सीख दी है. वहीं बचपन के वो दिन लेख के माध्यम से बचपन की यादों को समटने का बखूबी प्रयास किया है.