- सरायकेला के डोबो स्थित सरकारी स्कूल में कार्यक्रम का हुआ आयोजन
जमशेदपुर.
सामाजिक संस्था उत्कर्ष की ओर से सरायकेला के डोबो स्थित सरकारी स्कूल में मासिकधर्म जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन श्रेया ने छात्राओं को मासिकधर्म से जुड़ी बातें और भ्रान्तियों से अवगत कराया.
श्रेया ने छात्राओं को मासिकधर्म को लेकर इसे एक सामान्य शारीरिक परिवर्तन बताया. उन्होंने कहा कि इससे घबराने या लज्जा करने वाली बात नहीं है और न ही यह कोई बीमारी है. उन्होंने इस दौरान लड़कियों को किस तरह खुद की देखभाल करनी है, इसकी विशेष जानकारी दी.
स्कूल न छोड़े
वक्ताओं ने कहा कि हमारे देश समेत दुनिया भर में अभी कई देश हैं जहां मासिकधर्म को अलग नजर से देखा जाता है. जिसका नतीजा लड़कियों के विकास पर पड़ता है. कई मामलों में बच्चियों का स्कूल छूट जाता है. भारत में 38 प्रतिशत लड़कियां (10-19 वर्ष) का स्कूल पीरियड के कारण स्कूल जाना छोड़ देती हैं जो गलत है. इस दौरान छात्राओं के बीच सेनेटरी पैड और पौष्टीक आहार का वितरण किया गया. कार्यक्रम में मीनू टीआर, श्रेया पाठक और संस्था से जुड़ी अन्य सदस्य पदाधिकारी मौजूद रही.