जमशेदपुर/रांची
12वीं के बाद मीडिया के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते है. आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी, रांची के स्कूल ऑफ मीडिया स्टडीज आपके इस सपने को एक नई उड़ान दे सकता हैं यहां डिप्लोमा इन मल्टीमीडिया एंड सोशल मीडिया, बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड वीडियो प्रोडक्शन, मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के साथ मास मीडिया में शोध कार्य (पीएचडी) कराया जाता है. विश्वविद्यालय का जनसंचार विभाग मीडिया के पारंपरिक कोर्स बीए और एमए इन जर्नलिज्म के अलावा न्यू मीडिया, डिजिटल मीडिया और मल्टीमीडिया से जुड़े कई शार्ट टर्म कोर्स भी सफलतापुर्वक संचालित करता है.
इस वर्ष विश्वविद्यालय डिप्लोमा इन सोशल मीडिया एंड मल्टीमीडिया, बीए इन जर्नलिज्म एंड वीडियो प्रोडक्शन, एमए इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के साथ पत्रकारिता में पीएचडी कोर्स में नामांकन आमंत्रित करता है. ज्यादा जानकारी के लिए यूनिवर्सिटी के ऑफिशियल वेबसाईट www.rkdfuniversity.org को सर्च कर सकते हैं.
आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी, रांची के कुलसचिव डॉ अमित कुमार पांडे ने हमारे प्रतिनिधि से बात करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय में वर्ष 2023 के सत्र के लिए सभी विषयों में सीमित सीटों पर नामांकन प्रारंभ है. उन्होंने बताया की आरकेडीएफ ग्रुप उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी नाम है. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार प्रदान करने में विश्वविद्यालय देश में अपनी अलग पहचान रखता है. आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी,रांची की चर्चा करते हुए उन्होंने जानकारी दी कि आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी रांची में सभी संकायों में यूजी और पीजी कोर्स संचालित किए जा रहे है. स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के विषय में बात करते हुए उन्होंने कहा कि” पत्रकारिता विभाग भी अन्य विभागों की तरह बेहद अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. अनुभवी शिक्षक,बेहतर माहौल, कैमरा, स्टूडियो और कंप्यूटर लैब के साथ प्रैक्टिकल की सुविधा बच्चों को उपलब्ध कराई जाती है.
सेमिनार, वर्कशॉप के अलावा इंटर्नशिप, स्किल बेस्ड शार्ट टर्म कोर्सेस, दूसरे राज्यों में जाकर लाईव प्रोजेक्ट से जुड़ने और प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर भी दिया जाता है. जॉब और रोजगार प्रदान कराने के विषय पर जानकारी देते हुए डॉ पांडे ने कहा कि आरकेडीएफ ग्रुप का अपना संयुक्त प्लेसमेंट सेल है जो बच्चों के प्लेसमेंट दिलाने में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है. यह ग्रुप खुद भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में कार्य करता है. इस लिए काफी सारे बच्चों को इंटर्नशिप के दौरान ही जॉब प्रदान कर दी जाती है. कुलसचिव ने बताया कि बहुत सारे वर्किंग प्रोफेशनल्स यूनिवर्सिटी के पत्रकरिता विभाग में यूजी और पीजी पाठक्रमों में पढ़ाई कर रहे हैं. आज के समय में मीडिया पाठ्यक्रम में अवसरों की कमी नहीं है. मीडिया के अलावा एनजीओ, कॉरपोरेट और स्टार्टअप के क्षेत्र में भी काफी अवसर पैदा हुए हैं. आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी, रांची इस वर्ष से एमए जर्नलिज्म की पढाई करने वाले विद्यार्थीयों को निः शुल्क यूजीसी नेट परीक्षा की तैयारी भी प्रारंभ कर रहा है.
आरकेडीएफ स्कूल ऑफ जर्नलिज्म का जोर प्रैक्टिकल और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ सभी छात्रों को लाईव प्रोजेक्ट से जोड कर रोजगार प्रदान करने पर रहा है. इसी कड़ी में स्कूल ऑफ मीडिया स्टडीज सभी कोर्सेज में सीमित सीटों पर नामांकन लिया है. परिसर के अंदर ही छात्रों को ऑडियो और विजुअल मीडिया के प्रशिक्षण के लिए व्यवस्था प्रदान की जाती है. पढ़ने वाले छात्रों को देश के अग्रणी मीडिया संस्थानों में भेजकर पेशेवर पत्रकार, मीडिया कर्मी, फिल्म और टीवी जगत, जनसंपर्क और विज्ञापन के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों से रुबरु कराया जाता है. आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी का खुद का अपना न्यूज चैनल SNBC स्वराज न्यूज और एफएम रेडियो स्टेशन रेडियो पॉपकॉर्न नाम से संचालित होता है.
जर्नलिज्म विभाग ने झारखण्ड के कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के साथ इंटर्नशिप, ट्रेनिंग और रोजगार से जुड़े विषयों पर एमओयू भी किया हुआ है. इसका सीधा लाभ विद्यार्थियों को मिलता है.