जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में योगाभ्यास के साथ हुआ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन
जमशेदपुर.
9वे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में योगाभ्यास के साथ योग आधारित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो (डॉ) अंजिला गुप्ता की गउपस्थिति मुख्य अतिथि के रूप में रही. योगाचार्य शुभाशीष भादुरी कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे. रजिस्ट्रार डॉ राजेंद्र कुमार जयसवाल ने कुलपति और सीवीसी डॉ अन्नपूर्णा झा ने शुभाशीष भादुरी को पौधा देकर सम्मानित किया.
योग आपसे आपको तो जोड़ता ही हैं सबको एकता के सूत्र में भी बांध देता है. 300 टन के रथ को खींचने की जोड़ वाली एकता की शक्ति कल के पवित्र रथयात्रा में भी दिखी. कुलपति प्रो(डॉ) अंजिला गुप्ता ने मौके पर यह कहा. उन्होंने कहा कि योग सभी प्रकार से हमें जोड़ता है. वो चाहे शरीर का मन से या आत्मा से जोड़ की बात हो, आपको अपने आप से जोड़ना हो या इस बार के योग और जी20 के थीम “वसुधैव कुटुंबकम्” के माध्यम से पूरे संसार को परिवार मानकर जोड़ने की बात. उन्होंने कल के पुरी रथयात्रा से जोड़ने का उदाहरण देते हुए कहा कि पावन रथयात्रा में भारी भरकम 300 टन के रथ को आपस के एकता के जोड़ के माध्यम से ही खींचना संभव हो पाता है. यूनिवर्सिटी को भी प्रगति की राह पर ले जाने के लिए आपसी मतभेद भुलाकर एक सूत्र और योग के भावना की आवश्यकता है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 21 जून को मनाए जाने के संदर्भ को बताते हुए इस दिन के योग के महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने बताया कि यह वर्ष का सबसे बड़ा दिन होता है जब सूर्य दक्षिणायन होते हैं और इस दिन से बीमारियों से ग्रसित होने तथा संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इस कारण योग का महत्व अन्य दिनों की अपेक्षा इन दिनों में ज्यादा महसूस की जा सकती है और अक्षरशः सत्य है कि ‘योग भगाए रोग’.
मिली और बीना ने योग नृत्य प्रदर्शित किया और योगाचार्य शुभाशीष भादुरी ने करवाए आसन और प्राणायाम
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए योग दिवस के अवसर पर मिली और बीना ने योग नृत्य प्रदर्शित किया. उपस्थित शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने योगाचार्य शुभाशीष भादुरी के मार्गदर्शन में सामान्य आसन और प्राणायाम आयुष मंत्रालय के प्रोटोकोल को पूरा करते हुए किया. डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक चले योगाभ्यास से सभी लाभान्वित हुए। सभी ने योग के महत्व को समझा और यह संकल्प लिया कि अपने दिनचर्या में योग को जरूर सम्मिलित करेंगे.
75 वर्षीय जयश्री चक्रवर्ती जी का योगाभ्यास आकर्षण का केंद्र रहा
कार्यक्रम में 75 वर्षीय जयश्री चक्रवर्ती के योगाभ्यास ने सबका मन मोह लिया. स्टेज पर उन्होंने कई तरह की योग क्रियाएं की और सभी क्रियाओं में शारीरिक लचीलेपन ने सभी को आश्चर्य से भर दिया. उनके प्रदर्शन के लिए कुलपति ने उन्हें पौधा देकर सम्मानित किया.
कार्यक्रम में प्रॉक्टर डॉ सुधीर कुमार साहू, डीएसडबल्यू डॉ किश्वर आरा, परीक्षा नियंत्रक डॉ रमा सुब्रमण्यम, सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी अन्य उपस्थित रहे. एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ ग्लोरिया पूर्ति ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. कार्यक्रम के सफल आयोजन में योग विभाग के रविशंकर और मिली, बीना, ममता, खुशबू पूनम, रूमा अन्य ने सहयोग दिया. अर्चना चौरसिया ने कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ ग्लोरिया पूर्ति ने की.