जमशेदपुर.
आदित्यपुर स्थित श्रीनाथ पब्लिक स्कूल में यंग इंडियन की ओर से नई सोच कार्यशाला संपन्न हुई. इस अवसर पर यंग इंडिया के उद्यमशीलता एवं शोधकर्ता, इलेक्ट्रॉनिक अभियंता और व्यवसायी अर्जुन मुरारकर की टीम के सदस्य और व्यवसायी शेखर अग्रवाल, यंग इंडिया के लिविंग एवं जी- 20 टीम सदस्य आयुष सब्बरवाल सदस्य सागर, विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह, प्रवीन अरोड़ा सीसीए ग्रूप की कोओडिनेटर, कक्षा पांचवीं से आठवीं वर्ग के छात्र- छात्राएं, शिक्षक, शिक्षिकाएं उपस्थित रहे.
उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि डिजाइन थिंकिंग व्यवहारिक रचनात्मक समस्याओं के समाधान और समाधान निर्माण करने का एक विधि है. यह साहित्य, कला, संगीत, विज्ञान, इंजीनियरिंग और व्यवसाय सभी क्षेत्रों में अभ्यास किया जाता है. इसे डिजाइन थिंकिंग क्यों कहे? क्योंकि यह नई प्रक्रिया रचनात्मक और नवीन तरीके से समस्याओं को हल करने के लिए मानव केंद्रित तकनीकों को व्यवस्थित रूप से रखने और लागू करने में मदद करती है. यह एक पुनरावृति प्रक्रिया है जिसमें उपयोगकर्ताओं को समझने, भावनाओं को चुनौती देने, चुनौतियों को फिर से परिभाषित करने एवं नवीन समाधान ढूंढना होता है. यह हमें बॉक्स से बाहर निकल कर काम करने के लिए प्रेरित करता है. इस तरह छात्रों को लीक से हटकर सोचने एवं समस्याओं के तह तक जाने का अवसर देती है. आगन्तुकों ने छात्रों से तरह तरह के समस्याओं से संबंधित प्रश्न पूछा. फिर उनके समाधान के लिए नए सोच विकसित करने के लिए कहा. इस तरह यह कार्यशाला छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी और प्रेरक रहा. प्रधानाचार्य ने यंग इंडिया के सदस्यों को विद्यालय परिवार की ओर से धन्यवाद ज्ञापन किया.