- 40 शॉर्ट फिल्म में 09 को किया गया था चयनित
- एक वोट की कीमत को स्पेशल मेंशन श्रेणी में किया गया सम्मानित
- रांची स्थित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय आयोजित किया गया था सम्मान समारोह
- शॉर्ट फिल्म, रील, म्यूजिक वीडियो, पोस्टर मेकिंग श्रेणी में कुल 41 पुरस्कार दिए गए
रांची/जमशेदपुर. वोटर जागरूकता को लेकर शहर के तीन भाई बहन द्वारा बनाई शॉर्ट फिल्म “एक वोट की कीमत” को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखंड की ओर से आज रांची स्थित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में पुरस्कृत और सम्मानित किया गया. तीनों बच्चों में रुचिका नारायण (हिलटॉप स्कूल, कक्षा 2), राघव श्रीवास्तव (कैंडी फ्लोस स्कूल, कक्षा 5) और चिराग श्रीवास्तव (विद्या भारती चिन्मया विद्यालय, कक्षा 9) शामिल है. तीनों बच्चों ने भविष्य में आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एक-एक रुपए की बचत को केंद्र बिंदु में रखते हुए उन्होंने एक एक वोट के महत्व को फिल्म में दिखाने का प्रयास किया है. इस फिल्म को उन्होंने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, रांची की ओर से आयोजित वोटर अवेयरनेस कांटेस्ट में हिस्सा के लिए इंट्री कराया था. जिसके आधार पर “एक वोट की कीमत” फिल्म को स्पेशल मेंशन के लिए पुरस्कृत किया गया. इस कांटेस्ट के आयोजन में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय रांची के साथ gr8 फिल्म की टीम का सहयोग रहा. शॉर्ट फिल्म, रील, म्यूजिक वीडियो, पोस्टर मेकिंग श्रेणी में कुल 41 पुरस्कार दिए गए. 40 शॉर्ट फिल्म में 09 को किया चयनित किया गया था.
सभी ने सराहा
पुरस्कार समारोह में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार, संयुक्त निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी नेहा अरोड़ा, उप निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार व अवर सचिव देवदास दत्ता मौजूद थे. सभी अतिथि पदाधिकारी ने बच्चों की इस पहल की खूब प्रशंसा की. इतनी छोटी सी उम्र में वोट के महत्व को समझने और दूसरों को समझाने के लिए बनाई शॉर्ट फिल्म की तारीफ की. 6 साल की रुचिका जब अपने दोनों भाई राघव और चिराग के साथ पुरस्कार लेने के लिए मंच की ओर बढ़ी तो सभी आश्चर्यचकित थे कि इतने छोटे बच्चों ने भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है.
प्रचार प्रसार के लिए आज सोशल मीडिया एक मजबूत आधार है : सुबोध कुमार
संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आज के समय में सोशल मीडिया के महत्व को बताया. उन्होंने कहा कि आज के समय में एक समान की बिक्री भी बगैर सोशल मीडिया में प्रचार प्रसार के संभव नहीं है. उन्होंने प्लेटफार्म के सदुपयोग की बात कही. तूने कहा कि अगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वोटर अवेयरनेस को लेकर काम करता है तो निश्चित तौर पर वोटिंग प्रतिशत बढ़ेगा. मौके पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने सब्बि प्रतिभागियों को इस प्रतियोगिता में बहुत एंट्री आई थी, लेकिन जूरी मेंबर की टीम ने हर एक बिंदु की जांच करते हुए मानक पर खडा उतरने वाली एंट्री को पुरस्कार के लिए चयनित किया. उन्होंने सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर से इसी तरह काम करने का आग्रह करते हुए आगे भी ऐसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेते रहने की अपील की.
एक रुपए की बचत और एक वोट का महत्व, दादाजी की खुल जाती है आंख
“एक वोट की कीमत” शीर्षक नाम से बच्चों ने दो मिनट का शॉर्ट फिल्म बनाया है. इन दो मिनट में बच्चों ने वोट के महत्व को बखूबी ढंग से प्रस्तुत किया है जिसे लोग खूब सराह रहे हैं. तीन बच्चों के किरदार वाली इस शॉर्ट फिल्म में एक बड़ा भाई दादा जी की भूमिका में जबकि अन्य एक एक भाई-बहन पोता पोती की भूमिका में नजर आ रहे हैं. दादाजी बच्चों को अपने पॉकेट खर्च में हर दिन एक रुपए बचाने की नसीहत देते हुए उसे भविष्य के बड़ी बचत होने का संदेश देते हैं. आगे की कड़ी में देश में मतदान का दिन रहता है, दादाजी घर में बैठकर पेपर पढ़ते रहते हैंं, बच्चे उन्हें वोट करने के लिए जाने के लिए कहते हैं, तो दादाजी बोलते हैं कि उनके एक वोट से क्या होगा? पर बच्चे दादाजी के उनके ही बताए एक एक रुपये महत्व वाली बात को याद दिलाते हुए एक एक वोट का महत्व समझाते हैं. दादाजी बच्चों की बात समझ जाते हैं. वोटिंग अपील के साथ फिल्म का समापन होता है.
तीनों किरदार का परिचय
दादाजी की भूमिका में चिराग श्रीवास्तव (विद्या भारती चिन्मया विद्यालय, कक्षा आठवीं), पोती और पोता की भूमिका में रुचिका नारायण (हिलटॉप स्कूल, टेल्को, कक्षा दूसरी), राघव श्रीवास्तव (कैंडी फ्लावर स्कूल, कक्षा पांचवीं). फिल्म की स्टोरी बच्चों ने ही तैयार की है. पूरी फिल्म की रिकॉर्डिंग मोबाइल फोन से की गई है.