जमशेदपुर.
जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज आयी नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिएशन काउंसिल (नैक) की टीम अपने दो दिवसीय निरीक्षण के बाद शुक्रवार को लौट गयी. टीम एक सप्ताह के अंदर अपना मंतव्य और रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके आधार पर कॉलेज के ग्रेड की घोषणा की जाएगी. बी ग्रेड वाले जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज को ए ग्रेड मिलने की उम्मीद है. इसको लेकर कॉलेज प्रबंधन ने खुब मेहनत और तैयारी की थी. वहीं दूसरी ओर कुछ छात्र नेताओं ने भी नैक टीम के आने के पूर्व खुब तैयारी की थी, यह तैयारी थी कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमर सिंह के खिलाफ आराेपों की पोटली सौंपने की. छात्र नेता अपनी इस मंशा में सफल भी रहे. पहले ही दिन गुरुवार को नैक टीम के सदस्य को शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया और प्राचार्य के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शिकायत लगा दी. वहीं दूसरे दिन तो छात्र नेताओं ने नैक पियर टीम के चेयरमैन डॉ राजेश जयपुरकर के साथ कॉलेज कैंटिन में न केवल मुलाकात की, बल्कि साथ बैठकर चाय पर चर्चा किया और प्राचार्य के खिलाफ अपने सारे नई पुरानी शिकायत व भ्रष्टाचार के संबंध में कागजात सौंप दिया. छात्र नेताओं की नैक टीम से मुलाकात चर्चा का विषय बना हुआ है. लेकिन केवल छात्र नेताओं का नैक टीम से मिलना ही चर्चा का विषय नहीं रहा बल्कि कॉलेज के एक प्रोफेसर का होटल के कमरे में टीम के चेयरमैन से अलग से मिलना भी खुब चर्चा का विषय बन गया है. दरअसल कॉलेज के भौतिकी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ राजीव कुमार नैक पियर टीम के चेयरमैन डॉ राजेश जयपुरकर से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात किए. चेयरमैन को डॉ राजीव ने भागवत गीता भेंट की और अपनी एक तस्वीर कॉलेज के एलुमिनी के वाट्सएप ग्रुप में शेयर करते हुए लिखा है, ”एक शिष्टाचार मुलाकात नेक पियर टीम के चेयरमैन माननीय डा. राजेश जयपुरकर के संग”. सबसे बड़ी बात है कि डॉ राजीव द्वारा फोटो ग्रुप में डालने पर किसी ने किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया तो नहीं दी है, लेकिन उनकी मुलाकात को लेकर तरह तरह की चर्चा बाहर और एक दूसरे से हो रही है. यह चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि डॉ राजीव एबीवीपी से जुड़े रह चुके हैं. वह एबीवीपी में पदाधिकारी रह चुके हैं. मालूम हो कि प्राचार्य डॉ अमर सिंह का विरोध कर रहे छात्र नेताओं में कुछ नेता एबीवीपी के हैं. ऐसे में इस मुलाकात को लोग साधारण शिष्टाचार मुलाकात नहीं मान रहे हैं.
नैक टीम किसी से नहीं मिलती, तो यह कैसे संभव हो पाया
नैक टीम कॉलेज से जुड़े किसी स्टाफ, प्रोफेसर से अलग से मुलाकात नहीं करती है. ऐसी परंपरा रही है. टीम की रिपोर्ट पर किसी तरह के आरोप प्रत्यारोप न लगे और कोई प्रभाव न पड़े इसलिए ऐसी परंपरा बना कर रखी गयी है. निरीक्षण के दौरान टीम हर विभाग के शिक्षक, स्टाफ से बात करती है, जिससे भी जरूरत पड़ती है टीम उनसे जानकारी हासिल करती है. लेकिन इस तरह से अलग से व्यक्तिगत मुलाकात वह भी होटल के कमरे में करना उचित नहीं बताया जा रहा है. चुकी डॉ राजीव कुमार कॉलेज में कार्यरत हैं वह प्रोफेसर भी हैं और उनकी नैक टीम से एक मुलाकात कॉलेज में निरीक्षण के दौरान भी हो गयी थी. मिली जानकारी के अनुसार नैक टीम अपने निरीक्षण के दौरान जब कॉलेज के एलुमनी मेंबरों से मिल रही थी, तो डॉ राजीव एक एलुमनी मेंबर होने के नाते उस बैठक में प्रवेश किए, लेकिन बाद में उन्हें इसलिए बाहर निकलना पड़ा क्योंकि वे कॉलेज में शिक्षक के तौर पर भी कार्यरत हैं. ऐसे में डॉ राजीव का होटल के कमरे में मिलना एक सवाल तो खड़ा करता है.
”ए” मिलने की आस, लेकिन एक्सपर्ट के अनुसार बी प्लस की उम्मीद
कॉलेज प्रबंधन अपनी तैयारी के बल पर यह बोल रहा है उन्हें ए ग्रेड मिलने की उम्मीद है. लेकिन एक्सपर्ट की माने, तो कॉलेज में शिक्षकों की कमी, ग्रेडिंग सुधार में सबसे बड़ी बाधा हो सकती है. एक्सपर्ट बता रहे हैं कि इस बार बहुत हुआ तो, कॉलेज को बी प्लस ग्रेड मिल सकता है. हालांकि कॉलेज प्रबंधन की माने तो उनकी हर स्तर की तैयारी थी, और पिछले कुछ वर्षों में कॉलेज में पठन पाठन के अलावे एक्सट्रा एक्टिविटी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, बाहरी व्याख्याताओं का विशेष व्याख्यान के साथ लाइब्रेरी में शानदार बदलाव कई बिंदुओं पर कॉलेज को आगे बढ़ा सकते हैं.
दूसरे दिन भी छात्र नेताओं ने नैक टीम से की मुलाकात, चाय के साथ प्राचार्य की शिकायत लगाई
वहीं दूसरी ओर नैक पियर टीम के गुरुवार को कॉलेज पहुंचने के बाद पूर्व घोषणा के तहत कुछ छात्र नेताओं के संयुक्त मोर्चा ने प्राचार्य डॉ अमर सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और नैक टीम से मिलकर उनके भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायत भी की. हालांकि नैक टीम इस बिंदु पर कितना ध्यान देती है और इसका कॉलेज के ग्रेडिंग पर क्या प्रभाव पड़ता है यह आने वाला वक्त बताएगा. लेकिन छात्र नेताओं का यह विरोध चर्चा का विषय बना रहा. वहीं दूसरे दिन शुक्रवार को छात्र नेता नैक पदाधिकारी प्रोफेसर राजेश जयपुरकर से मिले.
छात्र नेताओं ने भी उन्हें भागवत गीता देकर उनका स्वागत किया और चाय पर चर्चा करते हुए छात्र संघ के नेताओं, कोल्हान छात्र संघर्ष मोर्चा एवं आदिवासी छात्र एकता के नेताओं से बात की. प्राचार्य के विरोध में आंदोलन के सारे दस्तावेज सौंपते हुए कहा कि ये प्राचार्य छात्र एवं जनजातीय छात्र विरोधी और भ्रष्टाचारी हैं. नैक के पैसे का गबन करते हुए कॉलेज के सभी कार्य को आनन-फानन में किया गया. वर्षा के समय में रंगरोवन से लेकर रात के समय में पेड़ कटवाने और जल्दबाजी में सामान की खरीदारी की गई. साफ सफाई कार्य में भी अनियमितता की बू आ रही है. मौके पर कोल्हान विश्वविद्यालय छात्र संघ बिरेंद्र कुमार ने नैक टीम से अनुरोध किया कि महाविद्यालय को अच्छी ग्रेडिंग दी जाए. वार्ता में मुख्य रूप से इंद्र हेंब्रम, अजय होनहागा, राहुल कुमार, उपसचिव कोल्हान छात्र संघ बिरेंद्र कुमार, कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष कमल अग्रवाल, शिवम गोस्वामी, स्वपन भूमिज, विपिन शुक्ला, अभिषेक झा, राज बंकिरा, मनीष कुमार अन्य उपस्थित थे.