पूर्वी सिंहभूम जिला समाहरणालय में स्टेट टॉपर समेत जिला टॉपरों को किया गया सम्मानित
- JAC 10वीं की स्टेट टॉपर व जिला के तीनों टॉपर समेत उनके माता-पिता को किया गया सम्मानित
- लड़कियां जिस तरह आगे बढ़ रहीं, संकेत है कि समाज अच्छे दिशा में जा रह : उपायुक्त
- उपायुक्त, एसडीएम धालभूम, निदेशक डीआरडीए समेत सभी पदाधिकारियों ने टॉपर्स को दिया आशीर्वचन, कहा- आपने अपनी उपलब्धि से जिले का मान बढ़ाया, आप सभी पर गर्व है
जमशेदपुर.
पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर जिला समाहरणालय में आज आयोजित जिला स्तरीय सम्मान समारोह में JAC 10वीं की स्टेट टॉपर श्रेया सोनगिरी, जिला के टॉपर में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले कुणाल पाल व तीसरे स्थान पर रहीं व जमशेदपुर की सिटी टॉपर सोनल कुमारी को उपायुक्त विजया जाधव व अन्य वरीय पदाधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया. इस अवसर पर बच्चों के माता पिता को भी शॉल ओढ़ाकर एवं बुके देकर सम्मानित किया गया. समारोह में एसडीएम धालभूम पीयूष सिन्हा, निदेशक डीआरडीए सौरभ सिन्हा, एडीसी जयदीप तिग्गा, निदेशक एनईपी ज्योत्सना सिंह, डीटीओ दिनेश रंजन, डीपीओ अरूण द्विवेदी, स्थापना उप समाहर्ता अभिषेक कुमार, डीईओ निर्मला बरेलिया, डीएसई निशु कुमारी समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मी मौजूद रहे.
थ्री डी का कमाल, रंग लायी मेहनत और जिले की छात्राओं ने गाड़ा झंडा
वर्तमान में तीन बड़े पदों यानी थ्री डी पर महिला अधिकारी पदस्थापित है. यह थ्री डी है डीसी यानी उपायुक्त विजया जाधव, डीईओ यानी जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया और डीएसई यानी जिला शिक्षा अधीक्षक निशा कुमारी. पूरे जिला के शिक्षा का प्रभार दो महिला अधिकारियों पर व पूरा जिला समेत शिक्षा पर सर्वोच्च नजर जिला उपायुक्त विजया जाधव का. इन तीनों अधिकारियों ने जिला के शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में कई दिनों से लगातार मेहनत कर रही थी. उसी मेहनत का नतीजा है कि आज यह सफलता जिला को मिली है. इनके नेतृत्व में न केवल जिले का रिजल्ट बेहतर हुआ बल्कि इनकी प्रेरणा से जिला के बालिकाओं-छात्रों में पढ़ने व कुछ बड़ा करने का जज्बा भी देखने को मिला. इसका प्रमाण 10बोर्ड का परिणाम है. स्टेट टॉपर बनने में जहां ग्रामीण क्षेत्र चाकुलिया की छात्रा श्रेया सोनगिरी सफल रही वहीं जिला में स्टेट में छठा, जिला में तीसरे और जमशेदपुर सिटी टॉपर बनने में बिरसानगर की सोलन सफल रही. डीईओ, डीएसई जहां लगातार मेहनत कर रही थी, वहीं डीसी पूरी मॉनिटरिंग कर रही थी. वहीं सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने कड़ी मेहनत की.
उपायुक्त ने सभी टॉपर्स को आशीर्वचन देते हुए कहा कि आपकी इस उपलब्धि ने जिले का गौरव बढ़ाया है. आगे नित नई ऊचाइयों को छुएं ऐसी शुभकामना है. समाचारों में बेटियां ही छाई हुई हैं, बेटियां जिस तरह आगे बढ़ रही हैं ये संकेत है कि समाज अच्छे दिशा में जा रहा. उन्होने कहा कि स्टेट व जिला के टॉपर से यह मिथ्या भी टूटा है कि शहर या अंग्रेजी माध्यम के बच्चे ही अच्छा कर सकते हैं. उन्होंने सभी प्राचार्य, शिक्षक, निजी विद्यालयों के शिक्षक जिन्होने मॉडल सेट बनाने में जिला प्रशासन का सहयोग किया और उन सभी पदाधिकारी व शिक्षक जिन्होंने मासिक मूल्यांकन परीक्षा की कॉपी जांची और प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जिले के बेहतर रिजल्ट में अपना योगदान देने वाले सभी लोगों के प्रति आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया. इस अवसर पर अन्य सभी पदाधिकारियों ने भी तीनों टॉपर बच्चों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें देते हुए इस उपलब्धि पर बधाई दी. मौके पर टॉपर बच्चों के माता-पिता ने भी अपनी बात रखी और जिला स्तरीय सम्मान समारोह के लिए प्रशासन को धन्यवाद दिया.
स्टेट टॉपर आदिवासी उच्च विद्यालय, पुरनापानी, चाकुलिया की छात्रा श्रेया सोनगिरी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता एवं शिक्षकों को देते हुए कहा कि वे नियमित छह घंटे तक अध्ययन करती थीं. शिक्षक पिता से साइंस और मैथ्स की पढ़ाई की और अन्य किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया. वे आगे शिक्षक बनना चाहती हैं.
जिला के टॉपर में दूसरे स्थान पर रहे कुणाल पाल आदिवासी उच्च विद्यालय, पुरनापानी, चाकुलिया ने बताया कि उन्होने भी बिना कोचिंग के ही यह सफलता हासिल किया. विद्यालय द्वारा उपल्बध कराये गए नोट्स व मासिक मूल्यांकन परीक्षा और ऑनलाइन क्लास से जुड़ने का काफी फायदा हुआ. वे आगे कॉमर्शियल पायलट बनना चाहते हैं.
जिले की तीसरी और जमशेदपुर सिटी टॉपर सोनल कुमारी, प्रगति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, जमशेदपुर ने अपनी उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वे आगे डॉक्टर बनना चाहती हैं. वे पूरे साल नियमित 6-7 घंटे तक पढ़ाई करती रहीं हालांकि परीक्षा नजदीक आने पर 12-14 घंटे भी पढ़ाई की.
तीन केजीबीवी व एक जेबीएवी के सभी बच्चों ने फर्स्ट डिविजन से पास किया परीक्षा
JAC 10वीं की बोर्ड परीक्षा में जिले के सभी आवासीय विद्यालय का बेहतर प्रदर्शन रहा. सभी 09 केजीबीवी व 02 जेबीएवी से इस वर्ष 682 छात्र-छात्राओं में से 681 छात्राओं ने परीक्षा दिया (एक छात्रा चेचक होने की वजह से 02 पेपर नहीं दे पाई) जिसमें 619 छात्र-छात्रायें फर्स्ट डिविजन व 62 छात्रों ने सेकेंड डिविजन से परीक्षा पास किया. केजीबीवी पोटका, केजीबीवी धालभूमगढ़, केजीबीवी बहरागोड़ा और झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय गुड़ाबांदा के सभी बच्चों ने फर्स्ट डिविजन से परीक्षा पास किया. उपायुक्त ने इस उपलब्धि पर शिक्षा विभागीय पदाधिकारी, शिक्षक, वार्डन अन्य को विशेष रूप से बधाई देते हुए कहा कि निश्चित ही यह गर्व का पल है जहां आवासीय विद्यालय में रहने वाले बच्चे पूरी तरह से प्रशासन की देखरेख में रहते हैं. सभी से अच्छे रिजल्ट की भी अपेक्षा थी जिसे उन्होने पूरा भी किया.