- कदमा बायोडायवर्सिटी पार्क में तेंदुआ के प्रवेश करने की पुष्टि के बाद वन विभाग अलर्ट
- तीन शिफ्ट में 8-8 वन रक्षियों की लगाई गई ड्यूटी
- हालांकि पहले ही दिन खबर लिखे जाने तक दूसरी पाली में नहीं तैनात थे एक भी वन रक्षी
- पलामू टाइगर रिजर्व की विशेष टीम को बुलाया गया
- कुत्तों के अस्वभाविक भोंकना, तेंदुआ के होने की आशंका हो सकती है
जमशेदपुर.
कदमा के बायोडायवर्सिटी पार्क में तेंदुआ के होने की पुष्टि के बाद से जिला प्रशासन, वन विभाग, टाटा स्टील, जुस्को की टीम दिन भर पार्क में चौकसी देते नजर आए. जमशेदपुर वन प्रमंडल ने तेंदुआ पर नजर रखने और पकड़ने के लिए पूरी तैयारी में है. इसके लिए पिंजरा लगाया जा रहा है, वहीं नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए जा रहे हैं. साथ ही 8-8 की संख्या में तीन शिफ्ट में वन रक्षियों की तैनाती के लिए सूची जारी कर दी गई है. पूरे मामले की पूरी मॉनिटरिंग सीधे डीएफओ ममता प्रियदर्शी कर रही हैं.
मल का सेंपल लिया गया
पार्क एक एरिया से वन विभाग की टीम ने शाम को मल का सेंपल एकत्रित किया है. उसे लैब जांच के लिए भेज दिया गया है. वह मल तेंदुआ का है या बिल्ली का यह जांच के बाद पता चलेगा. वहीं शनिवार को फव्वारे से पानी का छिड़काव पूरे पार्क में करने की तैयारी की गई है. तेंदुआ छुप कर बैठा होगा, तो पानी के छिड़काव से बाहर निकलेगा.
एक पट्टी की लक्ष्मण रेखा, पहले ही दिन शाम की पाली में नहीं था कोई वन रक्षी
कदमा के जिस बायोडायवर्सिटी पार्क में तेंदुआ निकला है, वह पूरी तरह से आवासीय क्षेत्र के बीच में है. चारों ओर घनी आबादी, क्वार्टर, फ्लैट में रहने वाले लोग हैं. जहां एक ओर दिन भी सुरक्षा की दृष्टि से वन विभाग से लेकर स्थानीय प्रशासन, पुलिस की टीम तैनात रही, वहीं शाम होते ही वह पूरा क्षेत्र खाली हो गया. सुरक्षा प्रहरी के नाम पर दो निजी सुरक्षा गार्ड जो हर राेज ड्यूटी पर रहते हैं. जबकि वन विभाग ने आठ-आठ वन रक्षियों की ड्यूटी सूची नाम के साथ जारी कर दिया था. पार्क गेट के आगे एक प्लास्टिक की पट्टी इस तरह लगाया दिया गया है जैसे वह लक्ष्मण रेखा हो और उस रेखा को तेंदुआ पार नहीं करेगा.
अगर पार्क के अंदर ही है तेंदुआ, तो सफल हो सकता है पिंजरा का रखना
एक्सपर्ट सुबोध मिश्रा बताते हैं कि अगर तेंदुआ पार्क के अंदर ही है, तो पिंजरा लगाना सफल हो सकता है बशर्तें की उसके लिए उसमें भोजन की व्यवस्था हो. भोजन के लिए वह पिंजरा में प्रवेश करेगा और पिंजरा बंद हो जाएगा. ऐसे में वह पकड़ में आ सकता है. दूसरी डार्ट गन का इस्तेमाल किया जा सकता है. डार्ट गन का उपयोग करने वाले एक्सपर्ट को मालूम होता है कि उसे कब और कितनी दूरी से फायर करना है. अगर सही मॉनटरिंग की जाएगी और वह ट्रैप किया जाएगा, तो निश्चित तौर पर पकड़ा जाएगा.
पार्क से बहने वाले नाले के मुहाने पर रखी जाए नजर
एक्सपर्ट का कहना है कि पार्क के अंदर अगर कोई नाला है, तो उसके दोनों ओर के मुहाने पर अनिवार्य रूप से नजर रखी जाए. पानी पीने या अंदर बाहर होने के लिए तेंदुआ नाले वाले रास्ते का उपयोग करेगा.