जमशेदपुर.
कोल्हान विश्वविद्यालय छात्र संघ उपसचिव बिरेंद्र कुमार के साथ एक प्रतिनिधि मंडल बहरागोड़ा विधायक सह कोल्हान विश्वविद्यालय सीनेट सदस्य समीर मोहंती से मुलाकात कर कोल्हान विश्वविद्यालय के द्वारा की गई एक बड़ी गड़बड़ी की जानकारी दिया.
ये है मामला
नई प्रणाली के तहत कोल्हान विश्वविद्यालय में स्नातक में नामांकन लिया गया था. यूजीसी नियम के तहत इन 3 वर्षों में दो जेनेरिक पेपर पढ़ना अनिवार्य था भूलवश एक ही जेनेरिक पेपर के विषयों को चारों सेमेस्टर में पढ़ाया गया. विश्वविद्यालय को इस केस की जानकारी तब हुई जब विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा में फॉर्म भरने से रोका गया तथा दो जेनेरिक पेपर नहीं होने के कारण फॉर्म भरने की पात्रता से वंचित किया गया.
नौकरी से वंचित हो रहे विद्यार्थी
कोल्हन विश्वविद्यालय चाईबासा की गलती का खामियाजा हजारों विद्यार्थियों को भुगतना पड़ेगा. विश्वविद्यालय की ओर से जारी उनकी डिग्री को अमान्य किया जा रहा है. इससे विद्यार्थियों की मुश्किलें बढ़ने लगी है. विश्वविद्यालय की इस गलती के कारण कोई नौकरी पाने से वंचित रह सकता है तो किसी की नौकरी भी जा सकती है.
दो जगह कराई गई एक विषय की पढ़ाई
चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम प्रणाली के तहत झारखंड बिहार राज्य में सर्वप्रथम अपनाने वाला विश्वविद्यालय में कोल्हान विश्वविद्यालय भी सम्मिलित था. लेकिन विश्वविद्यालय ने विषय चयन में गलती कर दी. इस वजह से विद्यार्थियों को जहां दो जेनेरिक पेपर (GE elective) की पढ़ाई करनी थी वहां सिर्फ एक ही विषय पढ़कर विद्यार्थियों को उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया.
ये पड़ रहा प्रभाव
– प्रतियोगी परीक्षाओं का फॉर्म भरने से किया जा रहा वंचित
– सर्टिफिकेट अमान्य हो जाने से कई लोगों की जा सकती है नौकरी
– जेनेरिक विषय के लिए विशेष परीक्षा आयोजित करने का मांग
विधायक ने दिया आश्वासन
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि सत्र 2017-2020, 2018-2021 और 2019-2022 के छात्रों के भविष्य के साथ केयू खिलवाड़ कर रहा है. झारखंड के अन्य विश्वविद्यालय ने स्पेशल परीक्षा ले कर इस समस्या का निवारण कर दिया है परंतु प्रभारी कुलपति और वर्तमान कुलसचिव इस विषय पर मौन है. जिस कारण विज्ञान और वाणिज्य संकाय के तमाम छात्र सरकार फॉर्म नहीं भर पा रहे है और सरकारी नौकरी के विभिन्न पदों के लिए अयोग्य करार दिए जा रहे. विषय को संज्ञान में लेते हुए विधायक समीर मोहंती ने कहा की इस विषय पर मैं विश्वविद्यालय से बात करता हूं और अगर इस विषय पर ठोस कारवाई नही ली जाती है तो मैं कैबिनेट में इस विषय को उठाऊंगा और आप सभी छात्रों को न्याय दिलवाऊंगा.
प्रतिनिधिमंडल में थे शामिल
मुख्य रूप से मौके पर मौजूद कोल्हन विश्वविद्यालय छात्र संघ उपसचिव बिरेंद्र कुमार, अनंत कुमार भद्र, विद्युत शाह, अभिषेक साहू, सागर बाला, दुआ आरिज अन्य छात्र छात्राएं मौजूद थे.