सब-जूनियर इंडिया कैंप 21 से 30 अगस्त, 2023 तक राउरकेला में आयोजित होगा
जमशेदपुर/ भुवनेश्वर.
हॉकी ऐस फाउंडेशन द्वारा संचालित अकादमियों के सात प्रतिभाशाली कैडेटों को प्रतिष्ठित सब-जूनियर इंडिया कैंप के लिए चुना गया है, जो 21 से 30 अगस्त, 2023 तक राउरकेला में आयोजित होने वाला है.
ये युवा एथलीट हॉकी ऐस फाउंडेशन द्वारा संचालित दो अकादमियों से हैं. जमशेदपुर में नवल टाटा हॉकी अकादमी (एनटीएचए), और भुवनेश्वर में ओडिशा नवल टाटा हॉकी हाई परफॉर्मेंस सेंटर (ओएनटीएचपीसी).
हॉकी ऐस फाउंडेशन को टाटा ट्रस्ट और टाटा स्टील द्वारा संयुक्त रूप से बढ़ावा दिया जाता है.
शिविर में अपना स्थान सुरक्षित करने वाले सात असाधारण कैडेट हैं
- रोहित तिर्की – खूंटी के रहने वाले एक फारवर्ड खिलाड़ी, जिन्हें नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस-लखनऊ छात्रवृत्ति के लिए भी चुना गया था.
- रोहित प्रधान – सिमडेगा के मिडफील्डर, जिन्होंने पिछले महीने राउरकेला में आयोजित सब-जूनियर नेशनल के दौरान “बेस्ट प्लेयर ऑफ मैच” का खिताब जीता था).
- घूरन लोहरा – सिमडेगा के एक मिडफील्डर जो टाटा ट्रस्ट-सिनी क्षेत्रीय विकास केंद्र के माध्यम से एनटीएचए में शामिल हुए.
- प्रदीप मंडल – असम के डिफेंडर, जिन्हें सब-जूनियर नेशनल सेमीफाइनल के दौरान “सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार” मिला.
- योजिन मिंज – सुंदरगढ़ के अटैकर, जिन्हें सब-जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में दो बार बेस्ट प्लेयर का अवॉर्ड मिला.
- रोहित कुल्लू – सुंदरगढ़ के डिफेंडर, अपने असाधारण ड्रैग फ्लिकिंग कौशल के लिए जाने जाते हैं.
- सुरेश शर्मा – मणिपुर के मिडफील्डर, जिन्हें ड्रैग फ्लिकर के रूप में विशेषज्ञता प्राप्त है.
हॉकी ऐस फाउंडेशन के चेयरमैन चाणक्य चौधरी ने कहा, “हमें खुशी है कि हमारे सात प्रतिभाशाली कैडेटों को सब-जूनियर इंडिया कैंप के लिए चुना गया है. उन्होंने आगे कहा कि यह उपलब्धि हमारे कोचों और कैडेटों दोनों की कड़ी मेहनत और समर्पण को दर्शाती है. हम उन्हें आगामी शिविर के लिए शुभकामनाएं देते हैं.
सब-जूनियर इंडिया कैंप इन युवा एथलीटों को अपना कौशल दिखाने और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का सुनहरा अवसर प्रदान करता है. उन्हें देश के बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करने और शीर्ष स्तर के कोचों से सीखने का अवसर मिलेगा.
टाटा स्टील और टाटा ट्रस्ट के सहयोग से 2017 में स्थापित, जमशेदपुर में नवल टाटा हॉकी अकादमी में 13 से 18 वर्ष की आयु के 52 कैडेट रहते हैं. यह प्रत्येक कैडेट के लिए समग्र विकास के अवसर प्रदान करता है और एक विदेशी तकनीकी पार्टनर के समर्थन और टाटा स्टील खेल विभाग के खेल विज्ञान मार्गदर्शन से लाभ उठाता है.
ओडिशा नवल टाटा हॉकी हाई परफॉर्मेंस सेंटर (ONTHHPC) एक अत्याधुनिक उच्च प्रदर्शन इकाई है जो उच्चतम स्तर पर फील्ड हॉकी प्रतिभाओं का पोषण करती है. भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में स्थित, अकादमी का गठन अगस्त 2019 में ओडिशा सरकार, टाटा स्टील और टाटा ट्रस्ट्स (हॉकी ऐस फाउंडेशन) के सहयोग से किया गया था. एचपीसी एक आवासीय कार्यक्रम के माध्यम से लड़कियों और लड़कों दोनों कैडेटों को सेवाएं प्रदान करता है और पहले से ही 6 जूनियर अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ियों को तैयार कर चुका है, जिनमें से एक, ज्योति छत्री, वर्तमान में भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम की सदस्य हैं.