सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों का निजीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का हुआ आयोजन
जमशेदपुर/सरायकेला
सरायकेला के काशी साहू महाविद्यालय में वाणिज्य विभाग, अर्थशास्त्र विभाग व आईक्यूएसी की ओर से “सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों का निजीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ सुहिता चटर्जी शामिल हुई. मुख्य वक्ता के तौर पर बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व पदाधिकारी सुजॉय रॉय ने विषय पर अपने विचार रखे. डॉ चटर्जी ने प्रस्तुतिकरण करते हुए बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था के निजी और सार्वजनिक दोनों ही क्षेत्रों के बैंकों की अपनी अपनी भूमिका है. दोनों के परस्पर प्रतिस्पर्धा से ही कल्याणकारी राज्य की प्राप्ति होगी. सुजॉय राय ने अपने व्याख्यान में बैंक का इतिहास, बैंक के निजीकरण की समस्याओं और शीर्ष 10 बैंक डिफोल्टर की सूची और उनके द्वारा की गयी बैंक क्षति के बारे में विस्तार से चर्चा की. संगोष्ठी में अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय की छात्राओं ने परम्परागत तरीके से किया.
स्वागत संभाषण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बीएन प्रसाद ने दिया. मंच संचालन वाणिज्य विभाग की सहायक प्राध्यापिका हर्षिता गुप्ता ने की. आईक्यूएसी को-ऑर्डिनेटर प्रो लालती तिर्की ने इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन में आईक्यूएसी की भूमिका पर प्रकाश डाला. वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष मनोज महतो ने मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता का परिचय विस्तार से दिया. धन्यवाद ज्ञापन वाणिज्य विभाग की सहायक प्राध्यापिका गोसिया परवीन ने दिया. कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे