- राष्ट्रीय प्रचारक पेट्रियोट चीफ ऑफ चैम्पियन देशभक्त शिवसेवक से जाने जाते हैं शिवकरन सिंह
गम्हरिया /जमशेदपुर.
राष्ट्रीय प्रचारक पेट्रियोट चीफ ऑफ चैम्पियन देशभक्त शिवसेवक शिवकरन सिंह मंगलवार को गम्हरिया जगन्नाथपुर स्थित नव ज्योति विद्या मंदिर पहुंचे. राष्ट्रीय प्रचारक पेट्रियोट चीफ ऑफ चैम्पियन देशभक्त शिवसेवक से प्रसिद्ध शिवकरन सिंह ने सम्पूर्ण भारतवर्ष के कल्याण के लिए नंगे पांव राष्ट्र का कीर्तिमान तिरंगा सर्वशक्तिमान महाशक्ती ध्वजा के साथ भारत पदयात्रा का संकल्प लिया है.
यह यात्रा 25 मार्च 2022 पावन वीर बलिदानी दोआबा अमर सूरमाओं की धरती जिला फतेहपुर तहसील बिन्दकी ब्लाक देवमई थाना औंग अन्तर्गत ग्राम खरौली उतर प्रदेश से नीलम घाटी श्री चण्डी मचेल चाईना बार्डर जम्मू-कश्मीर से रामेश्वरम जाकर पुन:वापस तीर्थराज प्रयागराज मण्डल के जिला फतेहपुर में समापन करना हैं. उनके इस पदयात्रा का महान उद्देश्य है-
▪️भारत माता को अनन्तम परमवैभव के उच्च स्वर्णिम सिंहासन पर विराजमान करना
▪️नवयुवाओं को दुर्व्यसनों की प्रवृत्ति से मुक्त बना राष्ट्रहित में सहयोग करने का साहस भरना
▪️मातृभूमी के अमर वीर बलिदानियों को सच्ची श्रद्धांजलि देने के रुप में वृक्षारोपण करना
▪️राष्ट्र की सुरक्षा में तैनात जल थल वायु सेनाओं के लिए दैवीय सुरक्षा मिलने की प्रर्थना करना
▪️सनातन संस्कृति का उत्कर्ष बढाने के लिए लोगों के बीच में बैठक करके जन जागरण करना।
शिवकरन सिंह सोमवार की शाम गम्हरिया पहुंचे वहीं मांगलवार को नव ज्योति विद्या मंदिर विद्यालय पहुंचे. विद्यालय के सचिव डॉ. संजीव श्रीवास्तव, प्रधानध्यापिका अनामिका श्रीवास्तव और सभी शिक्षकों एवं बच्चों द्वारा भव्य स्वागत किया गया. बच्चों के द्वार गीता पाठ तथा संविधान का पाठ सुन कर शिवकरण काफी प्रभावित हुए और विद्यालय के इस प्रयास की काफी सराहना की. उन्होंने कहा कि, ये सारे बच्चे काफी भाग्यशाली हैं जो नव ज्योति विद्या मंदिर में पढ़ते हैं जहां उन्हें इस तरह की आध्यात्मिक शिक्षा तथा सांवधानिक शिक्षा प्रदान करवाई जाती है.
ये उनकी सम्पूर्ण देश की दूसरी पदयात्रा है, पहली यात्रा उन्होंने 7 अक्टूबर 2009 से राजाराम इण्टर कॉलेज हरदों खागा फतेहपुर विद्यालय की यूनिफार्म ड्रेस जूते उतार कर नंगे पांव राष्ट्रीय ध्वज लेकर तीन साल छह महीने उन्नीस दिन की भारतवर्ष में पदयात्रा से ग्राम नगर प्रखण्ड वन विहड़ पर्वतों में जा जाकर मां भारती मातृभूमी के अमर वीर बलिदानियों की गाथा सुनाकर आर्यावर्त की वैदिक संस्कृति का प्रचार प्रसार किया था. विद्यालय के बच्चे उनके अभी तक की जीवन यात्रा को सुन कर काफी प्रभावित हुए.
कार्यक्रम का समापन देशभक्त शिवसेवक शिवकरन सिंह के द्वार विद्यालय प्रांगण में वीर बलिदानी बिरसा मुंडा के नाम से उनको याद कर के शम्मी के पेड़ को पौधारोपण कर के किया गया.