जमशेदपुर.
लंबे इंतेजार के बाद सारी तैयारी के बीच नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिएशन काउंसिलि (नैक) की टीम कल यानी गुरुवार को जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के निरीक्षण पर पहुंचेगी. कॉलेज प्रबंधन ने नैक निरीक्षण के लिए काफी लंबे समय से हर स्तर पर तैयारी कर रखा है. इसके लिए 50 लाख से भी ज्यादा फंड अलग से खर्च किया गया है. बी ग्रेड वाले इस कॉलेज को इस बार रैंकिंग सुधारने का अवसर है और तैयारी ऐसी है कि ए ग्रेड मिलने की संभावना है, ऐसा कॉलेज प्रबंधन का कहना है. वहीं दूसरी ओर छात्र राजनीति भी गरमा गई है. अलग अलग छात्र संगठनों के संयुक्त मोर्चा के तौर पर गठित किया गया कोल्हान छात्र संघर्ष मोर्चा और आदिवासी छात्र एकता के लोगों ने को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए कमर कस लिया है. मोर्चा से जुड़े छात्र नेताओं ने मीटिंग और प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि वे नैक टीम के सम्मान में उनका स्वागत करेंगे, लेकिन प्राचार्य डॉ अमर सिंह के खिलाफ प्रदर्शन भी करेंगे.
प्राचार्य डॉ अमर सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप
जमशेदपुर के सर्किंट हाउस के कांफ्रेंस हॉल में कोल्हान छात्र संघर्ष मोर्चा और आदिवासी छात्र एकता से जुड़े छात्र नेता और पदाधिकारियों ने आज एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया. प्रेसवार्ता के माध्यम से छात्र नेताओं ने कहा कि को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमर सिंह भ्रष्टाचारी है. उनके खिलाफ कई आरोप लगे हैं जिसको लेकर राज्यपाल के आदेश पर जांच टीम बनाई गई. जांच टीम की जांच रिपोर्ट आने के बाद भी कोल्हान विवि प्रबंधन अपने निजी लाभ और स्वार्थ में उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है. छात्र नेताओं ने कहा कि वे कॉलेज पहुंच रही नैक टीम का अभिनंदन करेंगे और सम्मान पूर्वक स्वागत करेंग. लेकिन प्राचार्य के कार्य गुजारियों का खुलासा भी करेंगे साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने की जानकारी भी नैक की टीम को देंगे. छात्र नेताओं का कहना है कि एक तरफ विश्वविद्यालय दोहरी नीति अपनाते हुए एक दिन के आंदोलन के कारण ग्रेजुएट कॉलेज के प्राचार्य को हटा देते हैं वही लगातार आठ महीने से आंदोलनरत छात्र संगठन को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन विश्वविद्यालय इनको बचाने का कार्य कर रहा है. कोल्हन विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव कई वर्षों से नहीं हुआ है और स्थाई कुलपति भी नहीं है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से सोनू ठाकुर, इंद्र हेंब्रम, अजय होनहागा, राहुल कुमार, विपिन शुक्ला, वीरेंद्र पासवान, अभिषेक झा, छात्र आजसू कुंदन, दीपक पांडे, जेसीएम जिला अध्यक्ष कृष्ण कामत, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष सचिन कुमार, रोहित, आदिवासी छात्र एकता राज बांकीरा, सपन भूमिज, देवानंद सिंह भूमिज अन्य उपस्थित थे.
कॉलेज प्रबंधन की बढ़ी चिंता, ग्रेडिंग खराब हुई तो छात्र नेताओं के सिर फूटेगा ठीकरा
छात्र नेताओं द्वारा प्रदर्शन करने को लेकर कॉलेज के प्राचार्य और प्रबंधन की चिंता बढ़ गयी है. नैक टीम निरीक्षण को लेकर बनाई गई तैयारी कमेटी को इस बात की चिंता है कि कई यह आंदोलन उनके कॉलेज के ग्रेडिंग पर प्रभाव न डाल दे. नैक निरीक्षण को लेकर लंबे समय से कॉलेज में निर्माण कार्य, रंग रोगन, फाइलों को दुरुस्त करने जैसे कार्य चल रहे हैं. दूसरी ओर अगर कॉलेज प्रबंधन की कमी या अन्य कारण से भी ग्रेडिंग में कोई या कोई गड़बड़ी होती है, तो इसका सारा ठीकरा छात्र नेताओं के सिर ही फूटेगा. वहीं छात्र नेता भी इसके लिए कभी माफ नहीं किए जाएंगे कि वे इसी वक्त आंदोलन या प्रदर्शन क्यों किए. राजनीति चमकाने वाले छात्र नेताओं को कहीं बाद में कोपभाजन का पात्र न बनना पड़े.