- समायोजन की मांग पूरा होने तक शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर काम करने का फैसला लिया
- मंत्री चंपई सोरेन और विधायक भानु प्रताप शाही से मिल शिक्षकों ने रखी अपनी बात और मांग
- मंत्री ने कहा कि सवाल चीफ सेक्रेटरी को भेज दिया गया है, कैबिनेट में मामला आया, तो स्थायी या समायोजन करने की बात रखूंगा
जमशेदपुर.
नई शिक्षा नीति 2020 के तहत राज्य के सभी अंगीभूत डिग्री कॉलेजों में इंटर का दाखिला बंद हो गया है. इससे अब इंटर में कार्यरत शिक्षक और कर्मचारियों के सामने बेरोजगार होने का डर मंडराने लगा है. इसको लेकर शिक्षक, कर्मचारी लगातार शिक्षा विभाग, मुख्यमंत्री, राज्यपाल को पत्राचार कर समस्या का समाधान करने और उनका समायोजन करने की मांग कर रहे है. कुछ दिन पहले रांची राजभवन के समक्ष धरना देकर भी अपनी बात जिम्मेदार विभाग और अधिकारियों तक पहुंचाने की कोशिश की. इसी कड़ी में रविवार को झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी मोर्चा अलग अलग प्रतिनिधि मंडल के साथ विधायक, मंत्री से मुलाकात किये, वहीं ऑनलाइन बैठक कर समस्या व समधान को लेकर विमर्श करते हुए आगे की रणनीति पर चर्चा की गयी.
विधायक-मंत्री से मिल रखी अपनी मांग
झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी मोर्चा की कोल्हान टीम रविवार को शिक्षक नीतीश के नेतृत्व में परिवहन मंत्री चंपई सोरेन से उनके आवास पर मिला. पांच घंटे के इंतजार के बाद शिक्षकों की मुलाकात मंत्री से हुई. मंत्री ने कहा है कि वह इस मुद्दे को उठाने के लिए बोल दिये हैं और चीफ सेक्रेटरी कार्यालय में भी मैटर को भेज देने की बात मंत्री चंपई सोरेन ने शिक्षकों को बताई. उन्होंने कहा है यदि चीफ सेक्रेटरी कल के कैबिनेट में इस मुद्दे को उठाते हैं तो मैं आप लोगों का समर्थन करूंगा और स्थाई करने पर जोर दूंगा समायोजन करने पर जोर दूंगा.
विधायक भानू प्रताप शाही से मिल मोर्चा ने रखी अपनी मांग
झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी मोर्चा का एक गुट नगर भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक भानु प्रताप शाही को मांग पत्र सौंपा. विधायक से मांग की गयी है कि वे डिग्री कॉलेजों में कार्यरत इंटर के शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के मामले में हस्तक्षेप करते हुए उनकी समस्या का समाधान निकालने में उनकी मदद करें. इस मौके पर तगुरु जगजीत सिंह नामधारी गढ़वा महाविद्यालय इंटर प्रभाग के इंटरमीडिएट शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी मौजूद रहे.
काला बिल्ला लगाकर काम करने का फैसला :
झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी की एक आवश्यक बैठक अध्यक्ष शालिनी नाग की अध्यक्षता में ऑनलाइन मोड में हुई. बैठक में सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि झारखंड सरकार के द्वारा इस वर्ष इंटर में नामांकन बंद कर दिया गया है जिसके कारण 62 अंगीभूत महाविद्यालय के लगभग 5000 शिक्षक और कर्मचारी बेरोजगार हो जायेंगे. हम सरकार से मांग करते हैं इसमें कार्य करने वाले सभी शिक्षक और कर्मचारी लंबे समय से अल्प वेतन में अपनी सेवा देते आ रहे है लेकिन सरकार के इस निर्णय से लगभग 5000 शिक्षक और कर्मचारी और उनके परिवार के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है और बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं. इसलिए जब तक हम सभी शिक्षकों और कर्मचारियों का समायोजन नहीं हो जाता है तब तक हम सभी शिक्षक और कर्मचारी काला बिल्ला लगाकर अपने-अपने महाविद्यालय में कार्य करेंगे. इस बैठक में मुख्य रूप से झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी मोर्चा के अध्यक्ष शालिनी नाग, महामंत्री रामानुज पांडे, उपाध्यक्ष जावेद अख्तर अंसारी, अंजनी कुमार झा, नवनीत कुमार सिंह ,राजीव कुमार दुबे, कमलेश कुमार, प्रभात रंजन तिवारी, संजली कौसर, जितेन महतो, चंदन जयसवाल, अनिमेष कुमार बक्शी, नीतीश कुमार, सैसव सरकार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित थे.