- चैत्र प्रतिपदा, हिंदू नववर्ष के अवसर पर “अखिल भारतीय साहित्य परिषद” द्वारा काव्य सम्मेलन का हुआ आयोजन
जमशेदपुर.
विक्रम संवत 2081, चैत्र प्रतिपदा से हिंदू नववर्ष की शुरुआत मानी जाती है. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हिंदू नव वर्ष के अवसर पर “अखिल भारतीय साहित्य परिषद” जमशेदपुर इकाई द्वारा “केबुल टाउन, CWA हॉल” में नव वर्ष के स्वागत में एक “काव्य-सम्मेलन ” का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता ग़ज़ल सम्राट शैलेंद्र पांडे ‘शैल’ ने की. मुख्य अतिथि के रूप में मनोज कुमार सिंह की उपस्थित रहे. संचालन संतोष चौबे ने किया. कार्यक्रम की रूप रेखा संगठन मंत्री राजेंद्र सिंह के द्वारा तैयार की गई जो बहुत ही शालीनता, भव्यता और सरलता के साथ उच्च शिखर तक पहुंचा.
संरक्षक जयंत श्रीवास्तव व सभी साहित्य प्रेमी और साहित्यकार की उपस्थिति व प्रस्तुति सराहनीय रही. इस कार्यक्रम में ब्रजेंद्र नाथ मिश्रा, मामचंद अग्रवाल वसंत, निवेदिता श्रीवास्तव, मीरा सिंह, रीना सिन्हा, उपासना सिन्हा, शिप्रा सैनी, सूर्या चौबे,सुरेश चंद्र झा, संगीता मिश्रा, पूनम सिंह, सुखबीर कौर, बिनोद बेगाना, शशि सिन्हा, पूनम शर्मा स्नेहिल,लक्ष्मी सिंह,निलांबर चौधरी, मनीष सिंह वंदन, रंजन पांडे, दीपक वर्मा, डाक्टर अरुण कुमार व अन्य ने अपनी अपनी प्रस्तुति प्रस्तुत की. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन सोनी सुगंधा ने दी.
“फूल पत्तों किसलयों में सृजन का नव हर्ष हो।”
“शिव और संकल्प के संवाद का यह वर्ष हो।”
“अधर पर मुस्कान आंखों में चमक सबकी रहे,”
“अनय पर जयदीप की शुचिनीति का उत्कर्ष हो।।”
रागनी भूषण