- उत्थान सीबीओ से जुड़े एलजीबीटी समुदाय के सदस्यों ने निकाला प्राइड मार्च
जमशेदपुर.
एलजीबीटी समुदाय और उत्थान सीबीओ के सदस्यों ने रविवार को शहर में प्राइड निकाला. उन्होंने इस प्राइड के माध्यम से जहां समाज में अपने अधिकार का लागू करने और उनका समर्थन करने की वकालत की, वहीं प्राइड में शामिल सदस्यों ने तख्ती में लिखे स्लोगन से पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया. रंग बिरंगे विशेष प्रकार के झंडे के साथ आकर्षक रुप से परिधानों में समुदाय के सदस्य प्राइड में शामिल हुए.
उत्थान सीबीओ की सचिव अमरजीत सिंह ने बताया कि 2017 में उन्होंने पहली प्राइड मार्च निकाला था. एलजीबीटी की यह प्राइड जमशेदपुर में अप्रैल माह को होती थी. इस बार आचार संहिता की वजह से प्राइड को उन्होंने जून माह में किया. अब से जून माह में ही प्राइड की जाएगी क्योंकि यह माह प्राइड माह है. संपूर्ण देश में इसको प्राइड माह के रूप मे मनाया जाता है.
रांची जमशेदपुर मार्च प्राइड करने का उद्देश्य आम लाेगों में समुदाय की गतिविधि और उनके उत्सव के साथ अपनी जरूरत और मांगों को बताना है. सरकार अभी तक तृतीय लिंग समुदाय की मांगों को नजरअंदाज कर रही है. 15 जून को प्राइड मार्च रांची फिरायालाल चौक में भी निकाल और सरकार को संदेश दिया कि रोटी कपड़ा और मकान जैसी सुविधाएं हर समुदाय को मिलनी चाहिए. इसमें हमारा भी अधिकार है. अभी तक आवास की सुविधा सरकार ने समुदाय को नहीं दिया, न ही किसी भी व्यक्ति को पेंशन मिल रहा है.
बढ़ रही है संख्या, रोजगार की सरकार करे व्यवस्था
प्राइड के माध्यम से यह मांग की गई कि एलजीबीटी के सदस्यों के रोजगार की व्यवस्था होनी चाहिए. सरकारी वैकेंसी में उनके लिए सीट आरक्षित की जाए. बताया कि समुदाय में सदस्यों की संख्या लगातार बढ़ रही है. रोजगार नहीं होने के कारण समुदाय के लोग रोड पर घूम घूम कर पैसा मांगने पर मजबूर हैं. नालसा जजमेंट 2014 में आई उन्हें सभी राज्य सरकारों का आदेश दिया कि सभी राज्य सरकारी वेलफेयर बोर्ड बनाए, आज इस जजमेंट के हुए 10 वर्ष पूरे हो गए लेकिन झारखंड में अभी तक वेलफेयर बोर्ड नहीं बना.
जमशेदपुर जेएनएसी ने भी काफी वादे किए लेकिन वादों को सिर्फ पेपर तक ही रखा वादों को कभी पूरा नहीं किया एक दिन तृतीय लिंग समुदाय उनसे भी प्रश्न करेगा. सवाल और पत्र का जवाब देना होगा.
ये हुए शामिल
प्राइड में उषा सिंह और यूथ इंटक के अध्यक्ष राकेशेश्वर पांडे, टीआई आर्गेनाईजेशन से (संस्कार) जितेंद्र, (एजीवीएसएस), पंकज, आईसीटीसी काउंसलर डॉ रामचंद्र सिंह, एफपीएआई रानियां विहान, नीरज सिंह और समाजसेवी तरुण और विभिन्न जिलों से तृतीय लिंग समुदाय के लोग मौजूद रहे.