- आंदोलन में मौजूद विद्यार्थियों की भीड़ विवि प्रशासन के शोषण की गवाह है: वीरेंद्र कुमार
जमशेदपुर.
कोल्हन विश्वविद्यालय छात्र संघ के नेतृत्व में छात्र हित के विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. कोल्हान विश्वविद्यालय को जिस उद्देश्य से बनाया गया था वह आज उसके विपरीत कार्य कर रहा है, और लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. यह आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय प्रांगण में छात्रों ने आंदोलन कर अपना रोष प्रकट किया. इस आंदोलन में छात्र संघ की ओर से निम्नलिखित मांगों को रखी गई थी.
- वर्ष 2024 के इंटर कॉम्पार्टमेंट (पूरक) परीक्षा में सम्मिलित हुए विद्यार्थियों का स्नातक में नांमाकन लेने का अवसर प्रदान किया जाए ताकि उनका इस वर्ष बर्बाद न हो.
- सत्र 2017-20, 2018-21 एवं सत्र 2019-22 यूजी पाठ्यक्रम में जेनेरिक पेपर द्वितीय पत्र की जगह केवल एक ही पेपर की पढ़ाई कराई जा रही है यह छात्रों को निर्धारित पाठ्यक्रम और उसके उद्देश्यों से वंचित करता है. अन्य विश्वविद्यालय की तरह कोल्हान विश्वविद्यालय भी गड़बड़ी को सुधारने के क्रम में UG (GE) के लिए स्पेशल परीक्षा आयोजित करें.
- वर्ष 2015 से बीएड पाठ्यक्रम में केवल एक ही मेथड पेपर की पढ़ाई कराई जा रही है, जबकि NCTE के नियमानुसार, बीएड में दो मेथड पेपर की पढ़ाई होनी चाहिए. बीएड के पाठ्यक्रम आवश्यक सुधार कर 2015 से अब तक पास हुए विद्याार्थियों के लिए स्पेशल परीक्षा आयोजित कर उन्हें इस समस्या से मुक्त करें.
- कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा की शैक्षणिक सत्र सुधार किया जाए. विश्वविद्यालय की सत्र काफी विलंब से चल रही है. अब विश्वविद्यालय केवल परीक्षा देकर ड्रिगी लेने की दुकान बनकर रह गए है.
- कोल्हान विश्वविद्यालय अंगीभूत कॉलजों में एंजेसी में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर, सिक्युरिटी गार्ड एवं सफाई कर्मी को नियमित वेतन दिया जाए ताकि न्यूनतम राशि में भी कार्य कर रहे कर्मी अपना परिवार का भरणपोषण कर सकें.
- कोल्हान विश्वविद्यालय के अतंर्गत सभी कॉलेजों मुलभुत सुविधा भवन, उपस्कर, पेयजल, साफ-सफाई आदि की एक उच्च स्तरीय कमिटि बनाकर वास्तविकता की जांच किया जाएं.
आंदोलन के बीच में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से छात्र संघ से वार्ता के लिए कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव महोदय , कोल्हन विश्वविद्यालय के कुलानुशासक ,विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू एवं कोल्हान विश्वविद्यालय के वोकेशनल हेड मौजूद रहे छात्र के विभिन्न मांगों पर सकारात्मक पहल करते हुए बात हुई तार्किक आश्वासन पर छात्र माने और आंदोलन को समाप्त किया एवं 15 दिनों के अंदर समस्त मांगों पर समाधान करने का आश्वासन विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से मिला.
मौके पर उपस्थित कोल्हान विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व सचिव सुबोध महाकुड़ ने कहा कि छात्र हित के कामों पर विश्वविद्यालय प्रशासन मनमानी करेगा तब छात्र संघ मिलकर इसका जोरदार विरोध करेंगे. विभिन्न मांगों पर अविलम्ब समाधान किया जाए अन्यथा पुन: छात्र संघ आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा. साथ ही छात्रों के सहयोग को भी उन्होंने धन्यवाद कहा.
विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व सचिव वीरेंद्र कुमार ने कहा कि कोल्हन विश्वविद्यालय प्रशासन शोषण कर रहा है आज उसी का नतीजा है कि हजारों के संख्या में विद्यार्थी कोल्हन विश्वविद्यालय प्रांगण में आने क्यों मजबूर हुए हैं आए दिन अगर हमारी मांग को विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं मानेगा तो समस्त कॉलेज विश्वविद्यालय में तालाबंदी कर दी जाएगी.
मौके पर विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व सचिव सुबोध महाकुड़ ,उपसचिव वीरेंद्र कुमार, प्रीतम बंकिरा, वीर सिंह बालमुच, अनंत महतो, सचिन तुबीड, अंशु बोदरा, कंचन लता गागराई, अंशिका कुमारी, प्रताप बेसरा, शिवम चित्रकार, सुरती कालंदी, नुतन बानरा अन्य हजारों की संख्या मे छात्र-छात्राएं इस आंदोलन में सम्मिलित हुए.