- अनिमेष गुप्ता की बेटी आकांक्षा ने जमशेदपुर के जेएच तारापोर से 10वीं और सेक्रेट हार्ट कान्वेंट से 12वीं तक की है पढ़ाई
- डीएसपी बीरेंद्र राम की बेटी विनिता कुमारी ने रांची के डीएवी बरियातू से की है स्कूलिंग और बीआईटी मेसरा से कंप्यूटर सांइस में की है इंजीनियरिंग
- दोनों बेटियों ने अलग से कोई ट्यूशन नहीं लिया, ऑनलाइन, यू ट्यूब से की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और हुई सफल
- बीपीएसी में सफल हुए 799, टॉप टेन में छह बेटियां, कोडरमा की अपेक्षा मोदी को मिला सातवां स्थान
सेंट्रल डेस्क, कैंपस बूम.
बिहार लोक सेवा आयोग ने 67वीं बीपीएससी परीक्षा का परिणाम आज जारी कर दिया. इस परीक्षा में झारखंड के परीक्षार्थियों ने भी अच्छी संख्या में सफलता प्राप्त की है. 67वीं बीपीएसपी में सफल होने वालों में जमशेदपुर में पदस्थापित दो डीएसपी की बेटियों को भी सफलता मिली है. इसमें एक नाम डीएसएपी सीसीआर अनिमेष गुप्ता की बेटी आकांक्षा गुप्ता का है और दूसरा नाम डीएसपी हेड क्वार्टर वन बीरेंद्र राम की बेटी विनिता कुमारी का है. दोनों डीएसपी पिता अपनी बेटियों की इस सफलता से काफी खुश है. पुलिस परिवार के लिए यह बड़ी अच्छी खबर है. वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने दोनों पदाधिकारी और उनकी बेटियों को बधाई दी है. झारखंड की धरती पर पली बढ़ी और शिक्षा ग्रहण कर अब दोनों बेटी बिहार में प्रशासनिक पदाधिकारी बन सेवा देंगी. आकांक्षा और विनिता से इस मौके पर कैंपस बूम ने आकांक्षा और विनिता से बातचीत की. सफलता की कहानी आकांक्षा और विनिता की जुबानी, पढ़िए ये रिपोर्ट.
अपनी सफलता से संतुष्ट हूं : आकांक्षा गुप्ता
आकांक्षा ने जमशेदपुर के ही धातकीडीह स्थित जेएच तारोपोर से 10वीं और सेक्रेट हार्ट कान्वेंट स्कूल से 12वीं की पढ़ाई की है. वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक करने के साथ ही सिविल सेवा की तैयारी कर रही थी. कैंपस बूम से बातचीत करने के दौरान आकांक्षा ने बताया कि उन्हें पहले ही प्रयास में मेंस और इंटरव्यू में सफलता मिली है. अपनी इस सफलता से वे काफी खुश है. 105वां स्थान मिलने के बारे में आकांक्षा ने बताया कि वह अपने इस परिणाम से संतुष्ट है. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता, पिता, दोस्ताे को दिया है.
ऑनलाइन की तैयारी, कोई अलग से ट्यूशन नहीं लिया
आकांक्षा ने बताया कि वे यूपीएससी की तैयारी पिछले कुछ वर्ष से कर रही है. साथ ही अन्य राज्यों के सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी भी चल रही थी. उसी में बीपीएसपी भी शामिल था. बकौल आकांक्षा इस परीक्षा के लिए कोई अलग से ट्यूशन नहीं लिया, बल्कि ऑनलाइन सारी तैयारी की. कोर्स मटेरियल से सेल्फ स्टडी की और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कराने वाले संस्थान को फॉलो किया. क्या यूपीएससी की तैयारी जारी रहेगी? इस सवाल पर आकांक्षा ने कहा कि फिलहाल इस परीक्षा में सफलता हासिल की है. इसमें ध्यान लगाना है. हालांकि उन्होंने कहा कि पढ़ाई कभी रूकती नहीं है.
परिणाम बेहतर है, लेकिन मंजिल अभी बाकी है, यूपीएससी लक्ष्य है : विनिता
इस परीक्षा में 126वां रैंक हासिल करने वाली जमशेदपुर के डीएसपी हेड क्वार्टर 1 बीरेंद्र राम की बेटी विनिता कुमारी से भी कैंपस बूम की बातचीत हुई. विनिता ने बताया कि उनकी स्कूलिंग रांची के डीएवी बरियातू से हुई है. 2015 में उन्होंने डीएवी बरियातू से 12वीं पास किया था और उसके बाद उन्होंने रांची के बीआईटी मेसरा से कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. लेकिन विनिता की मंजिल इंजीनियरिंग नहीं थी. बचपन से प्रशासनिक सेवा और पुलिस सेवा को नजदीक से देखा है. पिता को रॉल मॉडल मानने वाली विनिता ने कहा कि वे अपने पिता से मोटिवेटेड थी. इसलिए उन्होंने इंजीनियरिंग करने के बाद भी सिविल सेवा में करियर बनाने का मन बनाया था. विनिता इस परीक्षा में दूसरे ही प्रयास में सफल हुई है. यह पूछने पर क्या उनका बीपीएससी ही लक्ष्य था या आगे भी यूपीएससी की तैयारी जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि उनका सपना और लक्ष्य यूपीएससी में सफल होना है और आईएएस बनना है. सफलता का श्रेय विनिता ने अपने पिता और माता लीलावी देवी को दिया है. विनिता तीन भाई बहन में सबसे बड़ी है. एक भाई भुवनेश्वर के केआईआईटी से इंजीनियरिंग कर रहा है जबकि छाेटी बहन ने इसी वर्ष रांची यूनिवर्सिटी से जुलॉजी साइंस में स्नातक पास किया है.
वर्दी अच्छी है, लेकिन पापा को बहुत ज्यादा व्यस्त देखा है
यह पूछने पर कि आप पापा से मोटिवेटेड हैं और वे पुलिस ऑफिसर है, लेकिन आप आईएएस क्यों बनना चाहती हैं. उन्होंने बड़ी सालिनता से और हंसते हुए जवाब दिया कि वर्दी अच्छी है. क्योंकि मेरे पापा एक पुलिस ऑफिस हैं, तो नजदीक से उनकी ड्यूटी, परेशानी, उनके व्यस्त जीवन को देखा है. इसलिए मैंने प्रशासनिक सेवा को अपना लक्ष्य बनाया है.
यूट्यूब और सेल्फ स्टडी की
विनिता ने भी अपनी परीक्षा की तैयारी पूरी तरह से ऑनलाइन मोड से की है. उन्होंने कहा कि कोर्स मटेरियल से घर पर सेल्फ स्टडी करती थी. ऑनलाइन पर यूट्यूब पर मौजूद यूपीएससी की तैयारी कराने वाले कुछ संस्थान को फॉलो करती थी. मेहतन में कोई कमी नहीं की. बस अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रीत कर तैयारी की.
बीपीएसी में सफल हुए 799, टॉप टेन में छह बेटियां, कोडरमा की अपेक्षा मोदी को मिला सातवां स्थान
799 सफल अभ्यर्थियों में टॉप टेन में छह लड़कियों ने सफलता हासिल की है. इसमें सातवें स्थान पर कोडरमा के तिलैया की रहने वाली अपेक्षा मोदी का नाम है. वहीं पहले स्थान पर अमन आनंद है, दूसरे स्थान पर निकिता कुमारी और तीसरे स्थान पर अंकिता चौधरी ने सफलता हासिल की है.
नोट : 67वीं बीपीएससी परीक्षा में अगर आपने भी सफलता हासिल की है, तो हमें दे जानकारी, हम प्रकाशित करेंगे आपका विशेष साक्षात्कार. संपर्क करें मोबाइल नंबर 8083757257 पर.