- नगर राजभाषा कार्यन्वयन समिति (नराकास) जमशेदपुर की ओर से बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक की संयुक्त हिंदी तकनीकी कार्यशाला का आयोजन
- नगर भर के सरकारी कार्यालयों के 80 से अधिक अधिकारियों और कार्यालय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया
जमशेदपुर.
नगर राजभाषा कार्यन्वयन समिति (नराकास) जमशेदपुर की ओर से बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक की संयुक्त हिंदी तकनीकी कार्यशाला का आयोजन होटल जिंजर, बिस्टुपुर में संपन्न हुआ. इस कार्यशाला का संचालन गुड्डी, राजभाषा प्रबंधक, केनरा बैंक और मौमिता दास साहा, वरिष्ठ प्रबंधक राजभाषा, बैंक ऑफ बड़ौदा ने किया. इसमें नगर भर के सरकारी कार्यालयों के 80 से अधिक अधिकारियों और कार्यालय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस बैठक में जमशेदपुर स्थित भारत सरकार के सभी केंद्रीय कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, स्वायतशासी निकायों और सभी बैंकों के शीर्ष अधिकारी उपस्थित रहे.
उक्त बैठक में मंचासीन अधिकारियों में प्रधान आयकर आयुक्त और नराकास जमशेदपुर उपाध्यक्ष शिशिर धमीजा, आयकर आयुक्त अजय कुमार सिंह, एनआईटी जमशेदपुर प्रो संजय कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक बैंक ऑफ बड़ौदा मनीष प्रकाश सिन्हा, क्षेत्रीय प्रबंधक केनरा बैंक दीपांकर श्रीज्ञान और संयुक्त निदेशक राजभाषा सह सचिव नराकास, जमशेदपुर डॉ (प्रो) पुरुषोत्तम कुमार उपस्थित रहे.
हिंदी का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान : शिशिर धमीजा
बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक द्वारा आयोजित संयुक्त हिंदी तकनीकी कार्यशाला में सभी कार्यालय प्रमुखों ने राजभाषा हिंदी के महत्व को बतलाते हुए अपने विचारों को साझा किया. बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक की संयुक्त हिंदी तकनीकी कार्यशाला में प्रधान आयकर आयुक्त और उपाध्यक्ष नराकास जमशेदपुर शिशिर धमीजा ने कहा कि हिंदी का हमारे जीवन में एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान है. उन्होंने कहा की राजभाषा हिंदी में कार्य करना अत्यधिक गौरव की बात है और सभी कार्यालयों में कार्यालय प्रपत्र राजभाषा हिंदी में ही संपादित किए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि कार्यालयीन कामकाज में सहजता लाने के लिए राजभाषा हिंदी का प्रयोग आवश्यक है साथ ही इसे मन से अपनाना अति आवश्यक है. राजभाषा हिंदी समाजिक समरसता और सदभाव का प्रतीक है इससे हमारी राजभाषा हिंदी का प्रसार-प्रचार ही नहीं होगा बल्कि प्रशासनिक और वैज्ञानिक कार्यों के राजभाषा हिंदी में किये जाने का सुखद और प्रेरणादायक वातावरण भी सृजित होगा.
एक दूसरे को जोड़ने की भाषा है हिंदी : अजय कुमार सिंह
इस संयुक्त बैठक में आयकर आयुक्त श्री अजय कुमार सिंह ने कहा कि हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जिससे हम एक दूसरे से आसानी से जुड़ सकते हैं और अपनी बातों को एक दूसरे तक आसानी से पहुंचा सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बड़े गौरव की बात है कि हमें राजभाषा हिंदी में कार्य करने का अवसर मिला है. अजय सिंह ने कहा कि राजभाषा हिंदी हमारे दिलों में बसती है और सभी कार्यालयों में राजभाषा हिंदी का अधिक से अधिक प्रयोग किया जाना चाहिए. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने हिंदी भाषा को अत्यधिक महत्व दिया है. उन्होनें अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी हिंदी में ही संबोधन किया है. उन्होंने अपने जीवन की एक घटना को बताते हुए कहा कि जब वे यूपीएससी के साक्षात्कार के लिए गए तब उन्हें वहां साक्षात्कार समिति के एक सदस्य द्वारा अंग्रेजी में बोलने के लिए कहा गया परंतु उन्होंने इस बात का खंडन किया और उन्होंने अपना साक्षात्कार हिंदी भाषा में ही देने का निर्णय लिया और उन्हें इस साक्षात्कार में आशातीत सफलता मिली. उन्होंने कहा कि हिंदी हम सब के हृदय की भाषा है और हृदय की भाषा को हृदय से लगाने की आवश्यकता है.
गांवों की उपभोक्ताओं से जनसंपर्क का एक मात्र माध्यम है हिंदी : मनीष प्रकाश सिन्हा
बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रमुख मनीष प्रकाश सिन्हा ने कहा कि उनके बैंक द्वारा हिंदी में कार्य का संपादन काफी बढ़ा है. टाईप करने की भी आजकल बहुत सुविधा हो गई है. हमारे बैंको द्वारा प्रायः सारे पत्राचार हिंदी में किए जाते हैं. हिंदी में सोचना और लिखना बहुत आसान है. सिन्हा ने कहा कि बैंकों के विभिन्न शाखाएं गावों में होने के कारण हिंदी भाषा ही जनसंपर्क के लिए एक मात्र मध्यम है जिससे लोगों को बैंकों की अनेक सुविधाओं के बारे में आसानी से बताया जा सकता है.
राष्ट्रीय संपर्क की भाषा के रूप में भी एक सशक्त कड़ी का काम कर रही हिंदी : दीपांकर
संयुक्त हिंदी तकनीकी कार्यशाला में मुख्य प्रबंधक केनरा बैंक दीपांकर श्रीज्ञान ने कहा कि राजभाषा हिंदी आमजन की भाषा है जिसे सभी लोग आसानी से समझ व बोल पाते हैं. हिंदी जनसंपर्क और राष्ट्रीय संपर्क की भाषा के रूप में भी एक सशक्त कड़ी का काम कर रही है. वाणिज्यिक और व्यापार के साथ-साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी हिंदी के प्रयोग के प्रति जागरूकता बढ़ रही है.
यूनिकोड के आविर्भाव ने हिंदी में क्रांति ला दी है : प्रो संजय कुमार
इस कार्यक्रम में एनआईटी जमशेदपुर के कंप्यूटर विभाग अध्यक्ष प्रो संजय कुमार ने बताया कि यूनिकोड के आविर्भाव ने हिंदी में क्रांति ला दी है. अब हिंदी में लिखना, टाईप करना, पुस्तक निकालना अन्य इतना आसान हो चुका है कि 10 वर्ष का बच्चा भी इसे आसानी से कर सकता है.
नराकस सामाजिक कार्यक्रमों में भी आगे : डॉ पुरुषोत्तम
इस बैठक में नराकास जमशेदपुर के सदस्य सचिव डॉ (प्रो) पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, जमशेदपुर इस देश की सर्वश्रेष्ठ समिति है. इस समिति ने राजभाषा हिंदी के विकास के साथ-साथ राष्ट्रीय महत्व के अनेक कार्यों का संपादन किया है. नराकास जमशेदपुर द्वारा स्कूल, कॉलेज के बच्चों में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए अनेकों कार्यक्रमों का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया है और बच्चों को आनंद पूर्वक जीवन जीने की कला सिखाई गई है. पिछले साल नराकास जमशेदपुर द्वारा धरती माता को हरा भरा रखने के लिए करीब 60000 पौधे लगाए गए हैं. अंत में सदस्य सचिव, नराकास जमशेदपुर डॉ (प्रो) पुरुषोत्तम कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया.
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