जमशेदपुर.
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के शिक्षा संकाय के सेमिनार हॉल में आज इग्नू के बीएड प्रोग्राम सत्र 2022 के लिए 12 दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो (डॉ) अंजिला गुप्ता, इग्नू की कोऑर्डिनेटर डॉ त्रिपुरा झा, विश्वविद्यालय की सीवीसी डॉ अन्नपूर्णा झा व सत्र की छात्राओं द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया.
डॉ त्रिपुरा झा ने स्वरचित सरस्वती वंदना की प्रस्तुति की. कुलपति और सीवीसी को पौधा व स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिवादन व आतिथ्यसत्कार किया गया.
मुख्य अतिथि कुलपति ने प्रशिक्षु अध्यापकों को आवश्यक कौशल ग्रहण करने की सरल विधि से अवगत कराया. विद्यालय शिक्षा में शिक्षकों की भूमिका को रेखांकित किया. उन्होंने पाठ्यचर्यात्मक क्षेत्रों में संबंध स्थापित करने के लिए दिशा निर्देश दिया व सभी शिक्षार्थियों से उनका कार्यशाला सुखद और ज्ञानात्मक हो, राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में वो आगे बढ़ें इसके लिए कामना की. साथ ही, विश्वविद्यालय के इस केंद्र में उनकी तमाम समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया.
प्रोग्राम की ऑर्डिनेटर डॉ त्रिपुरा झा ने बीएड परिचय सत्र की वृहद जानकारी देते हुए राष्ट्र के विभिन्न प्रांत से आए हुए छात्र-छात्राओं (हरियाणा, छत्तीसगढ़, बंगाल, उड़ीसा, महाराष्ट्र, झारखंड) का परिचय लिया व उन्हें संपूर्ण कार्यशाला की गतिविधियों से अवगत कराते हुए उनकी सहभागिता और कौशल विकसित करने संबंधित जानकारी दी. पाठ्यक्रम अनुसार कुशलता का विस्तार से विवरण भी दिया.
सीवीसी डॉ अन्नपूर्णा झा ने शिक्षण की सुक्षमता और अनुशासन पर शिक्षार्थियों का ध्यान केंद्रित किया. परिचयात्मक सत्र के पश्चात तृतीय सत्र के स्रोतविद डॉक्टर अर्पित सुमन (कोल्हान विश्वविद्यालय) ने अध्यापक शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन शीर्षक पर व्याख्यान दिए जिसमें NEP 2020 का हवाला देते हुए शिक्षक शिक्षा में समसामयिक बदलाव पर विस्तार से जानकारी दी. चतुर्थ सत्र मे माध्यमिक शिक्षा की गुणवत्ता पर व्याख्यान संपन्न हुआ. धन्यवाद ज्ञापन सहायक कार्यक्रम संयोजिका नेहा सुरुचि मिंज ने दिया. कार्यशाला में शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ संजय भुईंया, गीता महतो, सभ्यता रानी, अंजली कुमारी और सभी शिक्षक उपस्थित थे.