जमशेदपुर.
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के शिक्षा संकाय में इग्नू बीएड प्रोग्राम के नौवें दिन कार्यशाला की शुरुआत सामूहिक प्रार्थना सभा से हुई. प्रथम सत्र में डॉ त्रिपुरा झा ने पाठचर्या के दौरान भाषा क्या है व भाषा की केंद्रीय भूमिका से अवगत कराते हुए स्पष्ट किया कि भाषा की केंद्रीय भूमिका न केवल विशिष्ट विषयों बल्कि प्रत्येक विषय की प्रत्येक गतिविधि में संपूर्ण विद्यालयी पाठ्यचर्या के दौरान होती है. साथ ही, सभी विषयों के अधिगम में भाषा की भूमिका की सराहना की और छात्र–छात्राध्यापिकाओं को भाषायी पहलुओं की संबद्धता के लिए जागरुक किया. विषय विशिष्ट कक्षाओं में भाषाई कौशल विकास के महत्वपूर्ण बिंदुओं की चर्चा की. द्वितीय सत्र में डॉ समीउल्लाह अंसारी ने गणित शिक्षण में साहित्य के उपयोग को रेखांकित कर बताया कि गणितीय संकल्पनाओं का अन्वेषण करने में छात्रों को व्यस्त रखने के लिए लिए किस प्रकार साहित्य का सहारा लेकर शिक्षण को रोचक एवं ज्ञानवर्धक बनाया जाए.
इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक ने कार्यशाला को किया संबोधित
तृतीय सत्र में इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ एस मोहंती ने वर्चुअल क्लास के माध्यम से राष्ट्र के विभिन्न प्रान्त से उपस्थित प्रशिक्षु अध्यापक–अध्यापिकाओं को विविधता को संसाधन के रूप में उपयोग कर अपनी बौद्धिक एवं मानसिक क्षमता का विकास करने की सलाह दी. इग्नू पाठ्यक्रम की विशेषता का जिक्र करते हुए उन्होंने कार्यशाला का फीडबैक लिया एवं कार्यशाला की गुणवत्ता का परीक्षण किया.
चौथे सत्र में डॉक्टर मनोज कुमार ने विषय विशिष्ट के आकलन, उपकरण के निर्माण के विधि को विस्तार से बताया एवं छात्र–छात्राध्यापिकाओं की समस्याओं का निराकरण किया. उपकरण और तकनीक के तहत उपलब्धि की जांच, अभिभूत जांच, उपकरण अवलोकन, उपकरण पर अपने व्याख्यान से अवधारणा को स्पष्ट किया. कार्यशाला का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ.