- वीडियो में सुनिए गृह मंत्रालय की टीम ने इस मामले में क्या कहा
जमशेदपुर.
पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया और मुसाबनी में हाई टेंशन की चपेट आकर मारे गए सात हाथियों के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय की टीम जांच के लिए पहुंची है. इस हाई लेवल की जांच को लेकर जिला प्रशासन और वन विभाग के पदाधिकारी सख्ते में हैं. टीम में भारत सरकार के गृह मंत्रालय के वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के संयुक्त निदेशक एचवी गिरीशा और बोर्ड के सदस्य एन लक्ष्मी नारायण घटना स्थल गए और घटना को समझने का प्रयास किया. इनके साथ सीएफ पीआर नायडू, जमशेदपुर की वन प्रमंडल पदाधिकारी ममता प्रियदर्शी, चाकुलिया के प्रभारी वन क्षेत्र पदाधिकारी दिग्विजय सिंह, बिमद कुमार और बिजली विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे.
मालूम हो कि चाकुलिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर 9 में गणेश राइस मिल के पीछे तालाब की मेंढ़ पर हाथियों का एक दल हाई वोल्टेज बिजली के तार की चपेट में आ गया था. इनमें से दो हथिनी जख्मी हो गई थी. 24 घंटे के अंदर दोनों हथिनी की मौत अलग-अलग जगह पर हो गई थी. यह टीम गणेश राइस मिल के पीछे तालाब के पास पहुंची और बारीकी से मामले की छानबीन की. इसके बाद टीम बड़ामारा पंचायत के ज्वालभांगा गांव के पास खेत में पहुंची, जहां एक हथिनी की मौत हुई थी. यहां पर टीम ने आसपास के ग्रामीणों से भी पूछताछ की. दूसरी हथिनी की मौत जमुआ पंचायत में माचाडीहा के पास लखन चौक से सटे काजू जंगल में हुई थी. टीम यहां भी पहुंची और घटना स्थल की जांच की. एचवी गिरीश ने बताया कि हाथियों की मौत लगातार क्यों हो रही है, इसके लिए जिम्मेवार कौन है और इसकी रोकथाम कैसे की जा सकती है, पर टीम जांच कर रही है. इसके पूर्व इस टीम ने मुसाबनी के उपरबांधा के पास हाई टेंशन तार की चपेट में आकर हुई पांच हाथियों की मौत के मामले की जांच घटनास्थल पर की. वहां भी टीम ने ग्रामीण से इस संबंध में पूछताछ की.