- मौसम विभाग ने कोल्हान को येलो अलर्ट पर रखा, 19 से 21 तक चलेगा हिट वेब
- राज्य के सरकारी स्कूल की छुट्टी का नहीं बदला गया समय
- चिलचिलाती गर्मी में सिर पर बैग रख धूप रोक रहे बच्चे
- तपती धूप में गर्म हवा की थपेड़ों से बीमार पड़ रहे बच्चे
Central Desk, Campus Boom.
यह तस्वीर बच्चों की मस्ती करते हुए स्कूल से घर जाने की नहीं है. यह मजबूरी और लाचारी और झारखंड सरकार के शिक्षा विभाग की अनदेखी, नासमझी को दर्शाती तस्वीर है. यह मासूम राज्य के सरकारी स्कूल में पढ़ाई करने वाले बच्चे हैं, तो इस चिलचिलाती धूप में स्कूल की छुट्टी होने के बाद घर जा रहे हैं. स्कूल से घर तक पैदल ही सफर तय करने वाले बच्चों के पास धूप से बचने के लिए कोई सुविधा नहीं है. वे माथे पर अपने ही स्कूल बैग को ही छांव का सहारा बना कर घर जा रहे है. जहां एक ओर राज्य के तमाम प्राइवेट स्कूलों ने गर्मी को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल के समय में बदलाव करते हुए 12 बजे छुट्टी कर रहे हैं, वहीं सरकारी स्कूल के समय में अब तक कोई बदलाव नहीं किया गया है. सुबह सात से दोपहर एक बजे तक स्कूल चलता है. इस तपती, चिलचिलाती गर्मी में बच्चे दोपहर एक बजे घर जाते हैं. साधन विहीन और पैदल घर जाने वाले सरकारी स्कूल के बच्चे इस तपती धूप से बचने के लिए माथे के ऊपर अपने स्कूल बैग को रख कर धूप को रोकने का प्रयास कर रहे हैं.
इधर मौसम विभाग ने बताया हिट वेब की चपेट में रहेगा कोल्हान समेत झारखंड अन्य हिस्सा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के रांची स्थित मौसम केंद्र ने स्पेशल बुलेटिन जारी करते हुए झारखंड में तीन दिनों तक हिट वेब का येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग (IMD) ने 19 से 21 अप्रैल तक राज्य के कोल्हान प्रखंडल के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सराईकेला-खरसावां जिले में लू की चपेट में रहने का संकेत दिया है. इसके अलावा राज्य के संथाल प्रमंडल के दुमका, पाकुड़, गोड्डा और साहेबगंज जिले में भी 20 से 21 तक हिट वेव चलेगा साधारण जनों को जहां दिन के 12:00 बजे से 4 बजे तक बहुत जरूरी काम ना हो तो घर से नहीं निकलने की चेतावनी जारी की है.
कोरोना के बाद से दोपहर एक बजे हो रही छुट्टी, नहीं बदला गया समय
कोरोना के पूर्व सरकारी स्कूल का समय सुबह 6.30 से 11.30 बजे था. 11.30 बजे स्कूल की छुट्टी हो जाया करती थी. लेकिन कोरोना की वजह से दो वर्ष स्कूल बंद रहे, इससे बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई थी. पढ़ाई व कोर्स को कवर करने के लिए राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने अधिसूचना जारी करते हुए स्कूल के समय में बदलाव करते हुए नियमित रूप से स्कूल का समय सुबह 7 से दोपहर एक बजे करने का निर्देश दिया. उसके बाद से आज भी उसी अधिसूचना का पालन हो रहा है. जबकि ठंड के दिनों में ठंड को लेकर समय में बदलाव का अलग से नोटिफिकेशन जारी किया जाता है. लेकिन नियमित समय सारणी सुबह 7 से दोपहर एक बजे को अब तक नहीं बदला गया है. इस समय से गर्मी के दिनों में काफी परेशानी हो रही है.
दो से तीन किलोमीटर दूरी तय करते है विद्यार्थी
सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की आर्थिक स्थिति अमूमन कमजोर ही होती है. स्कूल आने जाने के लिए उनके अभिभावक कोई वाहन, स्कूल वैन जैसी सुविधा उपलब्ध नहीं करा पाते हैं. वहीं सैकड़ों बच्चे ऐसे हैं जिनके घर से स्कूल की दूरी दो से तीन किलोमीटर की है. गांव के दुर्गम पहाड़ी और कच्ची सड़कों से होकर बच्चे स्कूल से घर आना जाना करते हैं. ऐसे में गर्मी के दिन में उनकी क्या स्थिति होती होगी समझा जा सकता है. उम्मीद है राज्य सरकार गर्मी को देखते हुए स्कूल के समय सारणी में बदलाव का फैसला ले.