जमशेदपुर.
कोल्हान विश्वविद्यालय का अप्रबंधकीय और नाकामी चेहरा फिर से एक बार सामने आया है. विवि ने गैर तरीके से नियमों को ताक पर रख कर आठ साल बाद 2022 दिसंबर में पीएचडी परीक्षा आयोजित किया था, लेकिन आखिरकार जांच में गलत पाए जाने बाद राज्यपाल सह विवि के कुलाधिपति के आदेश पर रद्द कर दिया गया. विवि का यह महज एक कागजी कार्रवाई है. नोटिस निकाला और विद्यार्थियों की ली गई परीक्षा को स्थगित कर दिया. लेकिन यह सरासर विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है जिसने विवि पर भरोसा कर यहां की पीएचडी परीक्षा में शामिल हुए और जोरशाेर से तैयारी किए. परीक्षा के बाद लंबे इंतजार के बाद रिजल्ट जारी किया गया था. एक साल पहले सितंबर 2022 में परीक्षा लिए जाने का नोटिफकेशन जारी किया गया था. वहीं 18 दिसंबर 2022 को परीक्षा लेने के बाद अप्रैल 2023 में साक्षात्कार लिया गया था. लेकिन उसके बाद की प्रक्रिया अचानक रूक गई और आखिरकार परीक्षा को गैर तरीके और नियम विरुद्ध आयोजित करने के मामले में रद्द कर दिया गया. परीक्षा रद्द किए जाने के संबंध में कोल्हान विवि के कुलपति के आदेश पर कुलसचिव के हस्ताक्षर से नोटिस जारी कर जानकारी दी गयी है. सबसे बड़ी बात है कि परीक्षा रद्द किस वजह से की गई है, इसको लेकर स्पष्ट जानकारी न तो नोटिस में दी गई है और न जानकारी साझा की जा रही है. हालांकि इसका मुख्य कारण यह बताया जा रहा है कि पीएचडी परीक्षा बगैर विवि के परीक्षा नियंत्रक के जानकारी व हस्ताक्षर के बिना आयोजित की गई थी.
दोष व्यवस्था का भुगतेंगे विद्यार्थी, एक साल बर्बाद हुआ, कौन है दोषी
कोल्हान विवि द्वारा आयोजित पीएचडी की परीक्षा राज्यपाल के आदेश पर रद्द कर दी गई है. परीक्षा रद्द किए जाने के पीछे निश्चित तौर पर व्यवस्था, नियम पालन में कोई न कोई गड़गड़ी होगी, यानी दोष पदाधिकारी और व्यवस्था की और नतीजा भुगतेंगे विद्यार्थी. विद्यार्थियों के एक साल बर्बाद होने की भरपाई कौन करेेगा? इसका जवाब कौन देगा? क्या जवाब काफी होगा?
दोबारा होगी परीक्षा, नि:शुल्क शामिल होने का ऑफर
परीक्षा रद्द किए जाने के नोटिस में यह भी लिखा गया है कि परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी. उसमें विद्यार्थी नि:शुल्क शामिल होंगे. लेकिन उसमें यह स्पष्ट नहीं लिखा हुआ है कि केवल सफल अभ्यर्थियों को नि:शुल्क व्यवस्था मिलेगी या जो भी विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, उन्हें भी मौका दिया जाएगा?
कोल्हान विवि की कुछ पदाधिकारियों की गलती के कारण नाकामी एक बार फिर से सामने आयी है. पीएचडी जैसे महत्वपूर्ण परीक्षा का रद्द होना बहुत ही दुखद है. परीक्षा आयोजित होने से पहले रद्द होने को बदर्शात किया भी जा सकता है, लेकिन परीक्षा हो चुकी और साक्षात्कार भी लिए जा चुके हैं उसके बाद रद्द होना विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. इसमें विवि के जो भी पदाधिकारी की गलती है, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
विरेंद्र कुमार, उप सचिव, कोल्हान छात्र संघ