- स्वतंत्रता दिवस पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित सांस्कृतिक संध्या
- स्कूली बच्चों के भावपूर्ण प्रस्तुति से भावनाओं की लहर में डूबता उतराता रहा दर्शक दीर्घा, राष्ट्र को समर्पित ओजपूर्ण गीतों ने भरा जोश तो वीर बलिदानियों को याद कर नम हुई आंखें
- जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, पीडी आईटीडीए, रूरल सह सिटी एसपी व जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी, एसडीओ, बीडीओ, सीओ व जिला प्रशासन के अन्य पदाधिकारी हुए शामिल
जमशेदपुर.
पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय, जमशेदपुर में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश के स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया. सिदगोड़ा स्थित टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त अनन्य मित्तल, वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल, उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, पीडी आईटीडीए दीपांकर चौधरी, रूरल सह सिटी एसपी ऋषभ गर्ग ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
सांस्कृतिक संध्या में जिले के सरकारी एवं निजी स्कूलों के बच्चों की टीम ने राष्ट्रभक्ति एवं झारखंड तथा देश के विभिन्न भागों के कला संस्कृति से जुड़ी नृत्य, गीत की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. समृद्ध राष्ट्र की संस्कृति, विरासत, कला को समर्पित एक से बढ़कर एक प्रस्तुति से पूरा वातावरण भारत माता की जय के नारों से गूंजायमान रहा. दर्शक दीर्घा प्रत्येक प्रस्तुति पर भावविभोर होकर तालियां बजाता रहा.
देश की आजादी…
सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ ‘देश की आजादी’ कविता पाठ से गुरुनानक उच्च विद्यालय, साकची के बच्चों ने किया. गुलमोहर उच्च विद्यालय टेल्को के बच्चों ने सिंहासन खाली करो कि जनता आती है, सीएम स्कूल ऑफ एक्सेलेंस बर्मामाइंस के बच्चों का कदम से कदम मिलते हैं पर ओजपूर्ण प्रस्तुति, टैगोर अकादमी साकची के बच्चों का मेरा मुल्क मेरा देश, जेपीएस टेल्को के बच्चों ने एक तेरा नाम है सांचा, टाटा वर्कर्स यूनियन कदमा बच्चों की गणेश वंदना, सीएम स्कूल ऑफ एक्सेलेंस जमशेदपुर के बच्चों का अम्बर तले जल रहे हैं हम गीत पर समूह नृत्य, केजीबीवी पोटका के बच्चों का छऊ नृत्य, जुस्को स्कूल कदमा के बच्चों का शतरंज नृत्य समेत इसी प्रकार से ट्राइबल डांस, जन्नत की है तस्वीर, कंधे से मिलते हैं कंधे, पधारो म्हारे देश, अब जाके कहीं हमने ये केसरी रंग सजाया है जैसे गीत – संगीत पर भावपूर्ण प्रस्तुति से वीर बलिदानियों, शहीदों, देश की सीमा पर डटे वीर सैनिकों के प्रति कृतज्ञता प्रकट किया.
देश के विभिन्न भागों के कला संस्कृति से जुड़े गीत, नृत्य की प्रस्तुति दी गई. इस अवसर पर रंगोली, निबन्ध, नृत्य, गीत, कविता पाठ के प्रतिभागियों को जिले के वरीय पदाधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहरवासी, स्कूली बच्चे शामिल हुए.