जमशेदपुर.
जमशेदपुर के करीम सिटी कॉलेज के सभागार में एक विशेष और वृहद कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसका विषय था-“National Security paradigm & Asymmetric Welfare”. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से एडमिरल रमन पुरी और लेफ्टिनेंट जनरल वीके चतुर्वेदी मौजूद रहे. कार्यक्रम में विशेष रूप से लगभग 25 वर्षों से साइबर की दुनिया में काम करने का अनुभव रखने वाले और साइबर विद्यापीठ फाउंडेशन के चीफ मेंटर बालाजी वेंकेटेश शामिल हुए. विद्यार्थी और अन्य उपस्थित लोगों से भरे हुए ऑडिटोरियम को तीनों अतिथियों ने संबोधित किया और साइबर सुरक्षा और उसकी चुनौतियों का सामना के विषय पर बड़े प्रभावशाली ढंग से अपने विचार रखे. वक्ताओं ने साइबर अपराध को एक बड़ा अपराध मानते हुए चिंता का विषय बताया और इन अपराधों को रोकने के लिए साइबर सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. बालाजी वेंकेटेश ने साइबर युद्ध क्षेत्र के विभिन्न आयामों का जिक्र करते हुए बताया कि वर्तमान समय में लगभग 15,000 साइबर रक्षक हमारे देश में और इससे अधिक विदेशों में कार्यरत हैं लेकिन यह काफी नहीं है बल्कि कम से कम 10 लाख साइबर रक्षक बनाने की आवश्यकता है और यह काम केवल और केवल भारत में ही संभव है क्योंकि इस काम के लिए किसी दूसरे देश के पास क्षमता नहीं है.
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने सभा को संबोधित किया. उन्होंने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आज के कार्यक्रम को निहायत अहम और वक्त की जरूरत करार दिया. उन्होंने कहा कि साइबर अपराध आज इतना बड़ा अपराध बन गया है जिससे पूरा संसार ही भयभीत होकर रह गया है. कार्यक्रम के आयोजन में कॉलेज के एनसीसी विंग का विशेष योगदान रहा. संचालन डॉ नेहा तिवारी ने किया और मेजर (डॉ) फखरुद्दीन अहमद धन्यवाद ज्ञापन किया.