जमशेदपुर.
जमशेदपुर ही नहीं पूरे कोल्हान का चर्चित और ऐतिहासिक लोको पहाड़ी पूजा के आयोजन को लेकर पहली बार विवाद पनप गया है. मंदिर और पूजा आयोजन कमेटी दो फाड़ में बंट गई है. दो अलग गुट पूजा आयोजन को लेकर अलग बैठक कर चुकि है. मामला अब पूरी तरह से विवाद में आ गया है. दूसरे गुट की ओर से शनिवार को बैठक कर पूजा आयोजन की जानकारी प्रेस से साझा की गई. खबर प्रसारित होते ही पहले गुट के लोग सामने आ गए हैं, ओर शनिवार को मंदिर प्रांगण में हुई बैठक को ही अवैध करार देते हुए इसकी शिकायत अनुमंडल पदाधिकारी जमशेदपुर से कर दी है.
मुखिया के नेतृत्व बैठक होने की कही गई बात
शनिवार को जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि बैठक क्षेत्र के मुखिया काजल हांसदा के नेतृत्व में की गई. वहीं क्षेत्रीय विधायक, पार्षद अन्य को संरक्षक बताया गया. अन्य लोगों को जिम्मेदारी देते हुए नाम की घोषणा की गई थी. जिसमे अध्यक्ष टी भास्कर राव ओर महासचिव पी संतोष कुमार हैं.
एम शिव शंकर राव ने जारी किया रिलीज, बैठक को बताया अवैध
इधर रविवार को पहले गुट के महासचिव एम शिव शंकर राव ने प्रेस रिलीज जारी कर शनिवार को हुई बैठक को अवैध बताया है. उन्होंने रिलीज में लिखा है कि कमेटी आप सभी प्रेस के साथी को मैं यह सूचित करना चाहता हूं कि श्री श्री मां पहाड़ी पूजा महोत्सव की जो खबर आपकी पत्रिका में आज दी गई है वह पूरी तरह निराधार एवं गलत है कुछ लोगों के द्वारा उनआधारित तरीके से जबरन कल मंदिर प्रांगण में एक बैठक बुलाकर या खबर फैलाया गया है जो कि पूरी तरह गैरकानूनी है एवं गलत है. इसकी सूचना मैंने (एम शिव शंकर राव) परसुडी थाना प्रभारी, डीएसपी ला एंड ऑर्डर, अनुमंडल पदाधिकारी एवं नगर पुलिस अधीक्षक को लिखित तौर शिकायत किया हूं.
कमेटी के दो फाड़ होने से पूजा में पड़ेगा असर
लोको पहाड़ी पूजा शहर का प्रसिद्ध और चर्चित पूजा है. एक सप्ताह चलने वाला यह पूजा एक महोत्सव के रूप में आयोजित किया जाता है. पूजा, झांकी और आतिशबाजी देखने के लिए 50 हजार से भी ज्यादा भीड़ श्रद्धालू के रूप में इन सात दिनों में शामिल होते हैं. ऐसे में पूजा के सफल आयोजन के लिए आयोजन कमेटी, वालंटियर की संख्या और जवाबदेही बड़ी रहती है, लेकिन दो गुट होने से आयोजन की भव्यता में खलल पड़ सकता है. खैर अब मामला प्रशासन के पास होने से देखना होगा कि वे इसे कितनी गंभीरता से लेते हैं और कदम उठाते है.