जमशेदपुर.
लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल कॉलेज के वर्चुअल सभागार में 37 झारखंड बटालियन, एनसीसी की ओर से विश्व पर्यावरण दिवस को लेकर कार्यक्रम आयोजित की गई. प्राचार्य डॉ अशोक कुमार झा ने कहा कि प्रकृति ने हमारी आवश्कता का पूरा ख्याल रखा. आवश्यकताओं के प्रति प्रकृति ही सजग है. अपनी अत्यधिक जरूरतों और लालच के वश में आकर मनुष्य ने प्रकृति का विनाश कर डाला. जैसा कि हम जानते हैं कि वन असंख्य जीवित प्राणियों के लिए ऑक्सीजन का एक विशाल स्रोत हैं. वनों की कटाई के कारण ग्लोबल वार्मिंग, मिट्टी का क्षरण, कम वर्षा, भूमिगत जल का स्तर नीचे जाना कुछ ऐसे खतरनाक परिणाम हैं जिनका हम सामना कर रहे हैं. अर्थात हम विकास के साथ- साथ विनाश की ओर बढ़ते चले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मनुष्य सहित जीव-जंतुओं का जीवन पेड़-पौधों पर ही निर्भर है. पेड़-पौधे ही हमारे श्वसन के लिए आक्सीजन देते हैं. उन्होंने मौजूद एनसीसी के छात्र छात्राओं से अपील किया कि वे अपने घरों के पास खाली पड़ी भूमि पर कम से कम पांच पौधे अवश्य लगाएं.
बच्चों ने प्रस्तुत किये नुक्कड़ नाटक
बच्चो ने भी नुक्कड़ नाटकों का मंचन कर तम्बाकू मुक्ति और पर्यारण संरक्षण जागरूकता का संदेश दिया. एनसीसी की छात्रा मौसमी कुमारी कुशवाहा और निकिता भगत ने भी पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार प्रस्तुत किया. मंच संचालन प्रो ऋतु ( प्राध्यापक, भूगोल, विभागाध्यक्ष) ने किया और पर्यावरण को लेकर महात्मा गांधी के दृष्टिकोण से कैडेटो कोअवगत कराया. कहा कि पृथ्वी, वायु, भूमि तथा जल हमारे पूर्वजों से प्राप्त सम्पत्तियां नहीं हैं. वे हमारे बच्चों की धरोहरें हैं. वे जैसी हमें मिली हैं वैसी ही उन्हें भावी पीढ़ियों को सौंपना होगा. धन्यवाद ज्ञापन एनसीसी कैडेट प्रदीप कुमार ने किया. इस मौके पर प्रो पुरुषोत्तम प्रसाद, डॉ विनय कुमार गुप्ता, प्रो विनोद कुमार, डॉ विजय प्रकाश, डॉ अरविंद पंडित, डॉ शबनम परवीन, डॉ प्रशांत और साथ ही एनसीसी के छात्र- छात्राएं उपस्थित थी.