जमशेदपुर.
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के भूगोल विभाग द्वारा ओजोन दिवस का आयोजन एवं भूगोल क्लब “सृष्टि” का उद्घाटन किया गया. विश्व ओजोन दिवस वायुमंडल में स्थित समताप मंडल में पाए जाने वाले ओजोन गैस के कारण एक ओजोन परत का निर्माण होता है. यह परत पृथ्वी पर आने वाली पराबैंगनी किरणों से पृथ्वी को बचाता है. यह पृथ्वी का सुरक्षा कवच है और इस ओजोन परत क्षरण को रोकने के लिए हर वर्ष 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस का आयोजन किया जाता है.
ओजोन परत पृथ्वी की सुरक्षा छतरी: कुलपति
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो(डॉ) अंजिला गुप्ता ने बताया कि “समताप मंडल में स्थित ओजोन परत पृथ्वी की एक सुरक्षा छतरी है. यह पृथ्वी को सूरज से आने वाली हानिकारक किरणों से सुरक्षा प्रदान करती है और हमारी पृथ्वी को कई बीमारियों एवं वैश्विक तापमान में हो रही वृद्धि से रोकने में मददगार होती है, इसलिए ओजोन परत क्षरण को रोकने के लिए 1989 मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के द्वारा ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले गैसों को कम करने के लिए एक संधि की गई थी. एसी, फ्रीज से उत्सर्जित क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैस ओजोन परत को नुकसान पहुंचा रहा है और इसको कम करने के लिए प्रत्येक वर्ष नई थीम के साथ, नए उद्देश्य के साथ ओजोन परत की सुरक्षा के लिए वैश्विक स्तर पर कार्य किया जाता है. यह दिन हमारे ग्रह पृथ्वी की सुरक्षा में ओजोन परत द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है.”
कार्यक्रम में शामिल विश्विद्यालय प्रतिनिधियों ने भी जोर देकर कहा कि ओजोन परत, मुख्य रूप से ट्राइऑक्सीजन अणुओं (O3) से बनी है, जो सूर्य से हानिकारक पराबैंगनी (यूवी) किरणों के खिलाफ एक ढाल के रूप में कार्य करती है.
विश्व ओजोन दिवस 2023 का थीम “मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल
फिक्सिंग द ओजोन लेयर एंड रिड्यूसिंग क्लाइमेट चेंज” है. यह विषय न केवल ओजोन परत की रक्षा करने बल्कि जलवायु परिवर्तन को कम करने में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देता है.
भूगोल क्लब “सृष्टि” छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटी के लिए प्रोत्साहित करने का माध्यम बनेगी : प्रीति
भूगोल विभाग के द्वारा भूगोल क्लब ” सृष्टि ” का आज विधिवत उद्घाटन डीन आफ स्टूडेंट वेलफेयर डॉ किश्वर आरा एवं विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर साथ ही भूगोल विभाग के प्रभारी हेड डॉ. सुधीर कुमार साहू के द्वारा किया गया. प्राध्यापिका प्रीति ने बताया कि इस क्लब का उद्देश्य भूगोल की छात्राओं में पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटी के लिए भी प्रोत्साहित करना है. इस क्लब के जरिए अंतरराष्ट्रीय- राष्ट्रीय महत्व के दिवसों को मनाया जाएगा एवं समसामयिक मुद्दों के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन करना, साथ ही साथ ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स’ के लिए भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. जन जागरूकता, प्रभात फेरी, ट्री प्लांटेशन जैसे अन्य कार्यक्रमों को इस क्लब के द्वारा ही किया जाएगा. इस क्लब में चुनाव के माध्यम से अध्यक्ष सचिव एवं संयुक्त सचिव का चयन किया गया जिसकी घोषणा आज की गई जिसमें एम.ए सेमेस्टर 2 की छात्रा अंजली शर्मा को अध्यक्ष, बी. ए सेमेस्टर 4 की छात्रा निशा कुमारी को सचिव एवं बी. ए सेमेस्टर 2 की छात्रा खुशी कुमारी को संयुक्त सचिव बनाया गया है. यह पद एक साल के लिए होगा.
विश्व ओजोन दिवस के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन
भूगोल क्लब सृष्टि के द्वारा विश्व ओजोन दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई. उन प्रतियोगिताओं में स्टूडेंट सेमिनार, वाद विवाद प्रतियोगिता एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. निर्णायक मंडल में बायोटेक्नोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ विश्वराज लाल, भूगोल विभाग के रिटायर एसोसिएट प्रोफेसर डॉ पीके आचार्य एवं भूगोल विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर प्रीति थे. वाद विवाद प्रतियोगिता में भूगोल विभाग की अनिमा कुमारी प्रथम एवं शिवांगी मिश्रा को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है. स्टूडेंट सेमिनार में भूगोल विभाग की दीप्ति कुमारी प्रथम एवं बायोटेक्नोलॉजी विभाग की सुरभि लता को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है. पोस्टर प्रतियोगिता में भूगोल विभाग की चंपा प्रमाणिक प्रथम, भूगोल विभाग की अमृत कौर द्वितीय एवं राजनीति विज्ञान विभाग की अदिति कुमारी को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भूगोल विभाग के टीचिंग असिस्टेंट पायल शर्मा एवं गेस्ट फैकेल्टी आरती शर्मा ने अपना काफी योगदान दिया. भूगोल विभाग की छात्राओं ने काफी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया एवं गीत-संगीत, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जन जागरुक कर विश्व ओजोन दिवस को मनाया। साथ ही साथ ओजोन परत की रक्षा के लिए शपथ भी ली गई.