- सेवा धर्म मिशन, रेनेसां यूनिवर्सल व प्रउत टीवी द्वारा आयोजित की गई थी प्रतियोगिता
जमशेदपुर.
सेवा धर्म मिशन, रेनेसां यूनिवर्सल व प्रउत टीवी द्वारा आयोजित संगीत व नृत्य की वार्षिक प्रतियोगिता सुर सप्तक का आयोजन रविवार को टेल्को संगीत समाज के सभागार में आयोजित किया गया. इसमें 700 से ज्यादा बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाई. प्रतियोगिता में शहर के तमाम प्रतिष्ठित स्कूल में हिल टॉप, लिटिल फ्लावर, विद्या भारती चिन्मया विद्यालय, लोयला, केरला
समाजम, गुलमोहर, विवेक विद्यालय, शिक्षा निकेतन, राजेंद्र विद्यालय, डीएवी, डीपीएस, जेपीएस अन्य स्कूल के बच्चों ने हिस्सा लिया.
सेवा धर्म मिशन के इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र छात्राओं को गीत, संगीत और नृत्य कला के लिये एक बृहद मंच उपलब्ध कराना और स्वस्थ गीत, संगीत, नृत्य के माध्यम से, अश्लीलता से परे, उन्हें ‘मूल्यों पर आधारित समाज’ के निर्माण की ओर ले जाने का प्रयास रहता है.
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रउत टीवी के चेयरमैन राजेश ने कला और समाज में सिनेमा, टीवी, ओटीटी अन्य के माध्यम से फैलती अश्लीलता और अपसंस्कृति को भारत के बुनियादी मूल्यों के खिलाफ बड़ा हमला बताया. उन्होंने कहा कि भारतीय समाज के संस्कार और सामाजिक मूल्यों को बचाने एवं एक स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए हम सभी को सेवा धर्म मिशन और इसकी सांस्कृतिक शाखा सुर सप्तक के झंडे तले एक सामाजिक, सांस्कृतिक आंदोलन खड़ा करने की महती आवश्यकता है.
संगीत प्रतियोगिता का मूल्यांकन चेतना भास्कर और देवाशीष चटर्जी ने किया
नृत्य प्रतियोगिता का मूल्यांकन बी. उमा माहेश्वरी और स्वामी बोस ने किया. कार्यक्रम का संचालन प्रियंका ने किया. कार्यक्रम की सफलता में कंचन देवी, प्रतिमा सिंह, तनु श्री, माधव कुमार, संदीप देव, धर्मेन्द्र सिन्हा, कृष्ण कुमार अन्य ने भरपूर योगदान किया.
टाटा मोटर्स के वरिष्ठ पदाधिकारी गोपाल मिश्रा, पार्थो मुखोपाध्याय, हरेंद्र कुमार, प्रतिष्ठित संगीतज्ञ अनिरुद्ध सेन ने नृत्य प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया.
स्वर्णरेखा नांदनिक साहित्य संस्था से जुड़े पदाधिकारियों डॉ मीना मुखर्जी, रूमा मुखर्जी, कृष्णा साहू, श्रुतिमेधा मित्रा अन्य ने संगीत प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया.
संगीत प्रतियोगिता में श्रीनिका भट्टाचार्य, जया घोष, पूजा सिंघा और नृत्य में श्रीलक्ष्मी संपत कुमार और विभिन्न नृत्य ग्रुप द्वारा दिए गए परफॉरमेंस ने खचाखच भरे सभागार को मंत्रमुग्ध कर दिया. उपस्थित समूह ने पांच वर्ष से लेकर 60 वर्ष के प्रतिभागियों को अपनी तालियों से भरपूर समर्थन दिया.