- अध्यक्ष काजल यादव के साथ सदस्य सुनील वर्मा को भी पद से हटाने को लेकर जारी की गई अधिसूचना
- पढ़िए क्या लगे आरोप
रांची/जमशेदपुर.
झारखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष काजल यादव और सदस्य सुनील वर्मा को पद से हटा दिया गया. समाज कल्याण महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से 12 फरवरी को अधिसूचना जारी किया गया है. सरकार की प्रधान सचिव वंदना दादेल के हस्ताक्षर से इन दोनों पदाधिकारियों को पदमुक्त करने से संबंधित अधिसूचना सभी विभागों को भेज दिया गया है.
ये लिखा है अधिसूचना में
अधिसूचना में स्पष्ट किया गया कि झारखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग रांची की अध्यक्ष काजल यादव और सदस्य सुनील वर्मा के खिलाफ पद का दुरुपयोग से संबंधित सूचना विभिन्न स्रोत से मिल रही थी. इसमें खुद के महिमा मंडन, प्रचार के लिए बच्चों के संग पटरी पर वीडियो और फोटो सोशल मीडिया में वायरल करने का मामला भी सामने आया था जो बाल अधिकार संरक्षण के नियमों का घोर उल्लंघन है.
निजी विद्यालय पर दाखिला का दबाव
राज्य के प्रतिष्ठित विद्यालयों में बच्चों के नामांकन के लिए अनावश्यक दबाव और अनावश्यक रूप से विद्यालयों का निरीक्षण करने, विद्यालय प्रशासन पर धौंस जमाने के साथ सदस्य सुनील कुमार वर्मा द्वारा अपनी स्वयंसेवी संस्था शुभ दृष्टि के माध्यम से फर्जीवाड़ा करने, तथ्यों को छुपाकर सदस्य के पद पर नियुक्त होने और अवैध रूप से निजी वाहन का प्रयोग बैनर बोर्ड लगाकर सरकारी वाहन के रूप में प्रयोग करने संबंधित आरोप लगाए गए.
नहीं मिला
इन आरोपों की जांच कराई गई और दोनों लोगों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया। अधिसूचना में बताया गया कि स्पष्टीकरण समीक्षा के क्रम में संतोषजनक नहीं पाया गया और दोनों पर कार्रवाई की गई।