- पीएसएफ के निदेशक अरिजीत सरकार ने अपना सम्मान वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय राधेश्याम अग्रवाल के नाम किया समर्पित
- एपीजे कलाम हाई स्कूल उलीडीह में आयोजित सड़क सुरक्षा, ट्राफिक रुल्स जागरूकता कार्यक्रम के दौरान किया गया सम्मानित
जमशेदपुर.
एपीजे कलाम हाई स्कूल उलीडीह में आयोजित सड़क सुरक्षा, ट्राफिक रुल्स जागरूकता, नशा से दूर रहने की पाठशाला कार्यक्रम में प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन (पीएसएफ) के निदेशक अरिजीत सरकार को मानव सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया. यह सम्मान उन्हें समाज के लिए समर्पित भाव से किये जा रहे निस्वार्थ सेवा, रक्तदान के प्रति जागरूकता और समाज के वंचित वर्ग के लिए किये जा रहे सेवा के लिए दिया गया.
मालूम हो की अरिजीत सरकार शहर में अपनी संस्था के साथ मिलकर रक्तदान के क्षेत्र में न केवल उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं, बल्कि एक क्रांति लाने का कार्य कर रहे हैं. सधारणतया रक्तदान के अलावा युवाओं को एसडीपी यानी सिंगल डोनर प्लेटलेट रक्तदान के प्रति जागरूक कर सैकड़ों युवाओं को इस महान निस्वार्थ सेवा के लिए जोड़कर एक अलख जगाने का काम किया है. इसके अलावा अरिजीत और उनकी संस्था नियमित रूप से हर दिन अंत्योदय संस्था में रह रहे वृद्धा बीमार लोगों के लिए भोजन का प्रबंधक कर रहे हैं. 15 वर्षों से भी ज्यादा वक़्त से समाजसेवा के क्षेत्र में उनकी इसी कार्य कर लिए सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम के दौरान झारखंड सरकार के द्वारा चलाया जा रहा निरंतर सड़क सुरक्षा, ट्राफिक रुल्स, सदैव सचेत रहना एवं जागरूकता के तहत आज उलीडीह के एपीजे कलाम हाई स्कूल में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डीएसपी ट्रैफिक संजय कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में मास्टर ट्रेनर प्रकाश कुमार गिरि, पीएसएफ के निर्देशक अरिजीत सरकार, विद्यालय कमेटी सदस्य सह समाजसेवी निलय सेनगुप्ता, विद्यालय के फाउंडर एवं समाजसेवी डॉक्टर अफरोज सकील अन्य अतिथि उपस्थित रहे.
इस दौरान एक व्याख्यान का भी आयोजन किया गया. डीएसपी ट्रैफिक, मास्टर ट्रेनर ने बखूबी सड़क सुरक्षा, सावधानी, जागरूकता के बारे में काफी अनुभवी जानकारियां साझा किया, साथ ही साथ पीएसएफ के निर्देशक अरिजीत सरकार ने सड़क सुरक्षा के साथ साथ, Prevention Is Better Than Cure के नारे के साथ सड़क दुघर्टना के समय गोल्डन आवर के बारे में जोर देते हुए, कम से कम समय में, समय रहते, इलाज कराने की स्थिति में लाकर उसे सुरक्षित डॉक्टर को सुपुर्द करना, ताकि समय रहते किसी अनमोल जीवन को बचाया जा सके. कम समय में ही जागरूकता के साथ साझा किया.
अंतिम में डीएसपी ट्रैफिक के द्वारा बच्चों बच्चियों के बीच रोड सेफ्टी के आधारित एक प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. सही जबाब देने वाले विद्यार्थियों को जीवन अनमोल है, सुरक्षा के लिए हेलमेट प्रदान किया गया. निरंतर एक माह से विद्यालय के बच्चों के द्वारा पुरे एरिया में घर घर जाकर जन जागरुकता के लिए रोड सेफ्टी एवं नशा से दूर रहने हेतु प्रचार प्रसार किया जा रहा था. उन सभी बच्चों को डीएसपी ट्रैफिक संजय कुमार ने सभी के पीठ थपथपाते हुए धन्यवाद दिया और सभी बच्चों के उज्वल भविष्य की कामना किया.