- भविष्य की चिंता को लेकर झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट अनुबंध शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी मोर्चा के बैनर तले रांची राजभवन के समक्ष दिया गया धरना
- स्पष्ट निर्देश नहीं मिलने से बनी है असमंजस की स्थिति
- राज्य के 62 अंगीभूत डिग्री कॉलेजों में पांच हजार से ज्यादा शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी हैं कार्यरत
जमशेदपुर.
नयी शिक्षा नीति 2020 के तहत डिग्री कॉलेजों में संचालित इंटर की पढ़ाई पर रोक लगा दी गयी है. कॉलेजों में दाखिला नहीं होने से हजारों विद्यार्थी परेशान है. उनके सामने परेशानी है कि वह जाये तो जाये कहां. उन्हें विकल्प का पता नहीं है. विद्यार्थियों के भविष्य संवारने वाले गुरुजन ही अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित और भयभित है. अब जब डिग्री कॉलेज में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद हो जायेगी, तो वहां पढ़ा रहे शिक्षक, कर्मचारी कहां जायेंगे. उनका भविष्य क्या होगा. इसको लेकर भविष्य की चिंता को लेकर आज झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट अनुबंध शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी मोर्चा के बैनर तले रांची राजभवन के समक्ष धरना दिया गया. झारखंड के 62 अंगीभूत डिग्री कॉलेजों में करीब पांच हजार से ज्यादा शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी अनुबंध पर कार्यरत थे.
संगठन की मांग :
झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट अनुबंध शिक्षक कर्मचारी मोर्चा के लगभग प्रतिभागियों ने सेवा सामंजन वैकल्पिक रोजगार व्यवस्था, छात्र नामांकन अन्य मांगों की पूर्ति के लिए राजभवन के समक्ष एकदिवसीय धरना दिया. धरना में उपस्थित प्रतिभागी प्रतिनिधियों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री से फिर अपील की शिक्षक-कर्मचारियों को वर्तमान विकट स्थिति से उबारने सेवा सामंजन करने, रोजगार की वैकल्पिक व्यवस्था और छात्र नामांकन की समस्या जो केंद्र की नई शिक्षा नीति 2020 के राज्य सरकार द्वारा कार्यान्वयन से उपजी है के निदान के लिए अविलम्ब समुचित दिशा निर्देश जारी करें. शिक्षक-कर्मचारी अनिश्चय संशय भय और संत्रास की विकट स्थिति से गुजर रहे हैं. अगर शीघ्र समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे अपने सांवैधानिक प्रयासों को और तेज करते हुये लगातार धरना अन्य के कार्यक्रम अपनाने पर विवश हो जायेगें.
आज के मुख्य प्रतिभागी वक्ता :
आज राजभवन के समीप झारखंड अंगीभूत शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी मोर्चा का सांकेतिक धरना का कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम में राज्य भर से 62 अंगीभूत कॉलेजों के लगभग 500 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए जिसमें मुख्य रुप से मोर्चा के अध्यक्ष डॉ शालिनी नाथ ,डॉ रामानुज पांडे, अंजनी झा, नवनीत कुमार सिंह, राजीव दुबे, अनिमेष बक्शी, जितेंद्र प्रसाद महतो, सुनील कुमार, सुभाष चंद्र महतो, लक्ष्मण बांद्रा, प्रीति कुमारी, लक्ष्मी बारी, साधना सिंह, सुमिता दास, रूपा राय अन्य शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे.