- मानगो स्थित विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल में आर्टिफिशियल इंटेलिज टूल्स एंड एप्लीकेशन फॉर एकेडमिक डेवलपमेंट विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
- स्कूल के शिक्षक, स्टाफ के लिए आयोजित किया गया है प्रशिक्षण
जमशेदपुर.
प्रौद्योगिकी ने शिक्षा को कई लाभ पहुंचाए हैं, इसके बावजूद उच्च शिक्षा संस्थानों पर इसके प्रभाव को लेकर चिंताएं भी हैं. ऑनलाइन शिक्षा के बढ़ने और इंटरनेट पर शैक्षिक संसाधनों की बढ़ती उपलब्धता के साथ, कई पारंपरिक विश्वविद्यालय, कॉलेज यहाँ तक की विद्यालय भी अपने संस्थानों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं. परिणामस्वरूप, कई शिक्षा संस्थानों को तेजी से हो रहे तकनीकी परिवर्तनों के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए मदद की ज़रूरत है और वे डिजिटल युग में अनुकूलन और प्रासंगिक बने रहने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं. इसी चिंता को दूर करने और शिक्षा प्रणाली में एआई की जरुरत को महसूस करते हुए विवेकानन्द इंटरनेशनल स्कूल में आर्टिफिशियल इंटेलिज टूल्स एंड एप्लीकेशन फॉर एकेडमिक डेवलपमेंट की पांच दिवसीय प्रशिक्षण की शुरुआत हुई.
प्रशिक्षण में रिसोर्स पर्सन के तौर पर एआई लैब कोलकाता से विशेषज्ञ डॉ सरोज और इंजीनियर शिव दास पहुंचे हुए हैं जो पांच दिवसीय सत्र लेंगे. आज के सत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और यह अब तक के प्रयोग किए जाने वाले ट्रेडिशनल प्रोग्रामिंग से कैसे अलग है, इसकी विभिन्न माध्यमों द्वारा जानकारी दी गई.
नई शिक्षा नीति में बताई गई अनिवार्यता
डॉ सरोज ने बताया कि वर्तमान में, एआई का उपयोग शिक्षा में विभिन्न तरीकों से किया जा रहा है, चैटबॉट्स से जो 24/7 छात्र सहायता प्रदान करते हैं, व्यक्तिगत शिक्षण एल्गोरिदम तक जो प्रत्येक छात्र की आवश्यकताओं के अनुकूल होते हैं.
डेटा का विश्लेषण करने के लिए किया जा रहा है
एआई बाजार अनुसंधान उपकरणों का उपयोग प्रशासनिक कार्यों को स्वचालित करने के लिए भी किया जा रहा है, जैसे असाइनमेंट की ग्रेडिंग और फीडबैक प्रदान करना. इसके अतिरिक्त, एआई का उपयोग पैटर्न और अंतर्दृष्टि की पहचान करने के लिए बड़ी मात्रा में डेटा का विश्लेषण करने के लिए किया जा रहा है जो नई शैक्षिक रणनीतियों और नीतियों के विकास को सूचित कर सकता है. वर्तमान में उपयोग में आने वाले सफल एआई संचालित शैक्षिक उपकरण और प्लेटफ़ॉर्म के कई उदाहरण हैं.
ये थे उपस्थित
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र ओझा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे. अतिथियों का स्वागत एडमिनिस्ट्रेटर सौम्य दीप ने किया. स्कूल की प्रधानाध्यापिका डॉ निधि श्रीवास्तव ने अतिथियों को अंगवस्त्रम और बुके देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम का संचालन स्नेहा राय चौधरी ने किया. इस कार्यक्रम में जेनिथ ऑर्डर के चैतन्य ध्रुव और एसडीएम वीआईएस से आई प्रिंसिपल दिव्या तन्ना और शिक्षिका बलजीत कौर भी भाग ले रहे हैं.
स्कूल के सभी शिक्षक और नॉन टीचिंग स्टाफ इस ट्रेनिंग को ले कर काफी उत्साहित हैं. इस कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को आधुनिक शिक्षा में अच्छी तरह प्रयोग कर पाएंगे. एनईपी के तहत शिक्षा के आधुनिकीकरण की दिशा में विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल की ओर से किया गया यह एक महत्वपूर्ण पहल है.