- यूरोप अमेरिका में भी काम कर रही है योजना
- रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल एवं वीर चक्र से अलंकृत सरदार हरबंस परमिंदर सिंह ने शहरवासियों को किया सम्बोधित
- प्रेस क्लब ऑफ़ जमशेदपुर की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए हरबंस परमिंदर सिंह
जमशेदपुर.
प्रेस क्लब ऑफ़ जमशेदपुर की ओर से साकची स्थित होटल जेके रेसीडेंसी में मीडिया और फोर्स विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में 1965, 1971 के युद्ध में सक्रिय भूमिका निभा चुके भारतीय वायु सेना के विशिष्ठ सेवा मैडल, वीर चक्र प्राप्त पूर्व एयर वाइस मार्शल और अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरबंस परमिंदर सिंह शामिल हुए. आयोजित कार्यक्रम में हरबंस परमिंदर सिंह मीडिया और शहर के प्रतिष्ठित लोगों को अपने अनुभव के साथ फोर्स और मीडिया को केंद्रित करते हुए रोचक और जरूरी जानकारी दी. उन्होंने युद्ध के अनुभव को साझा करने के साथ वर्तमान में फोर्स से जुड़ी बातें की और अपने विचार रखे.
अग्नि वीर पर खुल कर रखी बात
रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल एवं वीर चक्र से अलंकृत और पूर्व सैनिक सेवा परिषद के उपाध्यक्ष हरबंस परमिंदर सिंह ने कहा कि अग्नि वीर योजना देश हित में बनी है. इसका फायदा आने वाले समय में देश को वृहद पैमाने पर मिलेगा. उनके अनुसार पिछले 15 दिनों में कई राज्य सरकारों ने पुलिस में कोटा देने की हामी भरी है जबकि देशहित में सामान्य नागरिक प्रशासन में अनुशासन प्रिय, कर्तव्य निष्ठ, ईमानदार, राष्ट्र और समाज के लिए प्रतिबद्ध कर्मियों की बड़ी संख्या में जरूरत है.
उनके अनुसार 4 साल की योजना को बढ़ाकर 8 साल तथा 25 प्रतिशत से बढ़कर 50% स्थाई कमीशन की अनुशंसा पूर्व सैनिक के संगठनों की ओर से केंद्र सरकार को की गई है.
अर्ध सैनिक बल की नियुक्ति में कोटा निर्धारित करने का आग्रह भी केंद्र सरकार से किया जा चुका है. ग्रेट ब्रिटेन यूएसए सहित विभिन्न देशों में सेना में योगदान अनिवार्य है और सेवा के अनुशासन प्रतिबद्धता का फायदा देश को मिल रहा है. वहां तो कुछ भी आर्थिक लाभ नहीं होता है परंतु केंद्र सरकार यहां बहुत कुछ दे रही है और शहीद होने पर स्थाई सेना की भांति लाभ मिल रहे हैं. उनके अनुसार देश में लोकतंत्र है और विपक्षी दल स्वाभाविक तौर पर कमियों पर फोकस करेंगे.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 1991 में तत्कालीन रक्षा राज्य मंत्री अरुण सिंह को सेना की ओर से इससे मिलती-जुलती रिपोर्ट (सुझाव के साथ) सौंपी गई थी क्योंकि सेना में अल्पकालीन सेवा योजना पहले से चल रही थी. वहीं उन्होंने 1965 एवं 1971 के भारत-पाक युद्ध में अपनी भूमिका पर प्रकाश डाला और बताया कि किस तरह से भारत से लगती पश्चिमी पाकिस्तान के सरगोधा और पाकिस्तान को पूरा पार कर दूसरे कोने मियांवली हवाई पट्टी को भारतीय वायु सेवा ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए बर्बाद कर दिया था.
वहीं उन्होंने बताया कि आज चीन भी हमारे सामने खड़ा नहीं हो सकता है. गलवान घाटी के बाद अरुणाचल प्रदेश में हमने उसे रोकदिया है. अब 1962 वाली बात नहीं है और सेवा के पास अद्यतन अमूनिएशन और सुविधाएं हैं कि वह सियाचिन हो या अन्य पहाड़ी इलाकों में चौकस ड्यूटी दे रही है.
प्रश्नोत्तर सत्र में उन्होंने कहा कि अग्नि वीर योजना के बारे में भ्रांतियां फैलाई जाती रही है. लेकिन इसका फायदा अंतत देश और देश के नागरिकों को ही मिलना है. इसमें मीडिया की बड़ी भूमिका है और इससे होने वाले लाभ को आम जनता तक बताए जाने चाहिए. उनके अनुसार सेना का लघु प्रशिक्षण देश के सभी नागरिकों के लिए अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए जिससे आपदा और अनहोनी में आम नागरिक भी सैनिक की भांति आपदाओं पर विजय प्राप्त कर सके.
सभा की अध्यक्षता प्रेस क्लब ऑफ जमशेदपुर के अध्यक्ष संजीव भारद्वाज ने की, जबकि संचालन महासचिव विकास श्रीवास्तव ने किया. अतिथियों का स्वागत गुलाब सिंह, बीके ओझा, चंद्रशेखर, निखिल सिन्हा, आकाश ने पुष्प गुच्छ व शॉल ओढ़ाकर किया गया. एयर वाइस मार्शल को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया गया. पूर्व सैनिक सेवा परिषद के प्रदेश और जिला समिति के लोग भी मौजूद रहे.
इस अवसर पर उपस्थित प्रतिनिधियों ने एयर वाइस मार्शल एचपी सिंह से कई सवाल भी किये, जिनका उन्होंने जवाब दिया. इस अवसर पर चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स से मानव केडिया, डॉ संतोष गुप्ता, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार, सनातन उत्सव समिति के संस्थापक चिंटू सिंह, समाजसेवी शिव शंकर सिंह, पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, जिला परिषद उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, अमरजीत सिंह राजा, निशान सिंह, परमजीत सिंह काले, बलजीत सिंह संसोवा, देवेंद्र सिंह, भवानी शंकर गुप्ता, सतबीर सिंह सोमू, चंचल भाटिया, झारखंड मानवाधिकार संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार किनू, प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के निदेशक अरिजीत सरकार, कुमारेश हाजरा समेत काफी लोग उपस्थित थे.