बाल विवाह, बाल मजदूरी जैसे अभिशाप से लड़ रही बच्चियां, खुद की भी शादी रोकने में हुई सफल
जमशेदपुर.
आदर्श सेवा संस्थान से संबंधित बाल संगठन से जुड़ी किशोरियों का दो दिवसीय सम्मेलन सह वार्षिक मिलन समारोह का समापन आज हो गया. सुंदरनगर के विकास भारती परिसर में आयोजित इस सम्मेलन में विभिन्न बस्तियों से आयी किशोरियों ने न केवल अपनी नेतृत्व क्षमता को प्रदर्शित किया बल्कि कार्यक्रम में अपनी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज की. दो दिनों तक विभिन्न तरह के हुए कार्यक्रम, इवेंट में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. 53 की संख्या में शामिल सभी वे किशोरी थी जो आर्थिक रूप से अति पिछड़े कमजोर परिवार से संबंध रखती हैं और शहर के स्लम बस्तियों में निवास करती हैं. लेकिन ये सभी बाल संगठन से जुड़ कर समाज में व्याप्त सभी कुरीतियों के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का बखूबी काम कर रही है. दो दिनों के इस सम्मेलन में अलग अलग ग्रुप में किशोरियों ने अपने द्वारा वर्ष भर किये गये कार्य की समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत की और आने वाले वर्ष की कार्य योजना को भी बताया. 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर सभी ने नशा मुक्त बस्ती, नशा मुक्त समाज निर्माण के लिए एक बार फिर से संकल्प लिया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से आदर्श सेवा संस्थान से लक्खी दास, एम अरविंदा, पूजा प्रमाणिक, रमा देवी व रिसोर्स पर्सन के तौर पर पत्रकार विकास श्रीवास्तव शामिल हुए.
बाल विवाह, बाल मजदूरी जैसे अभिशाप से लड़ रही बच्चियां खुद की भी शादी रोकने में हुई सफल
सम्मेलन में शामिल सभी किशोरियां बाल अवस्था से ही इस बाल संगठन से जुड़ कर काम कर रही हैं. खुद के जीवन को बेहतर बनाने के साथ समाज में अपने जैसे परिवार के बच्चों के भविष्य को भी बेहतर बनाने का सफल प्रयास कर रही है. बच्चियों ने बताया कि वे अपने प्रयास से कई ऐसे बच्चों को स्कूल में दाखिला करवाई जो पढ़ाई छोड़ चुके थे. कई बच्चों को उन्होंने नशा के राह पर जाने से रोका. बाल विवाह और बाल मजदूरी जैसे अभिशाप से ये किशोरियां लगातार जुझते हुए इस कुरीति को दूर करने में लगी हैं और सफल हो रही है.
परिवार को समझाया, तो नहीं माने, कानून का हवाला देते ही रुकवाई शादी
सम्मेलन में ऐसी किशोरी भी शामिल थी जिसके परिवार वालों ने नाबालिक उम्र में ही उसकी शादी तय कर दी थी. बच्ची ने परिवार को पहले शादी नहीं करने की बात कही, तो परिवार वाले नहीं माने, बच्ची ने बाल विवाह के नुकसान के बारे में बताया, बावजूद वे नहीं माने, लेकिन बच्ची ने भी ठान लिया था कि वह कम उम्र में शादी नहीं करेगी बल्कि पढ़ाई करेगी, तब उसने परिवार वालों को कानून का हवाला दिया. उसके बाद बच्ची के परिवार वाले उसकी शादी को रोक दिए. छोटी सी उम्र में सही गलत का फैसला लेना और सही के लिए परिवार के खिलाफ लड़ना इन बच्चियों के आत्मविश्वास और कुछ कर दिखाने के जज्बा को प्रदर्शित कर रहा था.
अच्छी टीम, कुशल नेतृत्व के साथ भी जीत हासिल करने के लिए कार्य और विषय की समझ ही विजय प्राप्ति का है मूल मंत्र : विकास श्रीवास्तव
कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के तौर पर शामिल पत्रकार विकास श्रीवास्तव ने बच्चियों को नेतृत्व कला व क्षमता विकास पर गहाराई से जानकारी दिए. साथ ही कई खेलों के माध्यम से उन्होंने बच्चियों को जागरूक करते हुए नेतृत्व करने की जानकारी दी. एक टीम और टीम में लीडर की क्या भूमिका होती है इसके बारे में अलग अलग उदाहरणों से बताया. अच्छी टीम, कुशल नेतृत्व के साथ भी जीत हासिल करने के लिए कार्य, विषय और प्रतियोगिता की समझ ही विजय प्राप्त कराती है यह मूल मंत्र उन्होंने दिया.