- माथे पर लंबा तिलक और हसमुख चेहरा लिए पूरे कॉलेज में सक्रिय रहने वाले ठाकुर जी की अलग पहचान थी
- 1986 में ज्वाइनिंग के बाद से लगातार 38 साल एबीएम कॉलेज में सेवा दिए
जमशेदपुर.
गोलमुरी स्थित अब्दुल बारी मेमोरियल (एबीएम) कॉलेज में कार्यरत कर्मचारी रामचंद्र ठाकुर अपने 38 वर्ष सेवाकाल के बाद एक मई को सेवानिवृत हो गए. उनकी सेवानिवृति पर कॉलेज परिवार की ओर से विदाई दी गई. कॉलेज के प्राचार्य व साथी कर्मचारियों ने उन्हें फूल माला पहनाकर और गुलदस्ता देकर अभिनंदन किया. उनके कार्यकाल की चर्चा की गई और उनके योगदान की सराहना की गई. चतुर्थ वर्ग में नौकरी ज्वाइन करते हुए रामचंद्र ठाकुर ने तृर्तीय वर्ग कर्मचारी का काम भी संभाला और अपने 38 साल के लंबे कार्यकाल के बाद सेवानिवृत हुए. इस दौरान रामचंद्र ठाकुर काफी भावुक दिखे. कॉलेज से बिछड़ने का दुख उनके चेहरे पर दिख रहा था. इनके विदाई समारोह के दौरान कर्मचारी संघ के अलावा छात्र संघ के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.
छात्रों के लिए सबसे सुलभ कर्मचारी, तो कर्मचारियों के हक की बात करने वाले अग्रणी साथी
रामचंद्र ठाकुर एक ऐसे कर्मचारी थे, जो छात्रों के लिए सबसे ज्यादा सुलभ उपलब्ध रहते थे. किसी भी विद्यार्थी को परेशान देख कर वे आगे से उसकी मदद के लिए बढ़ते थे और उसकी समस्या का समाधान करवाते थे. अपने काम के अलावा भी वे आगे बढ़ कर काम करते थे. इसलिए एबीएम कॉलेज आने वाले नए विद्यार्थी को भी उनके बारे में मालूम होता था. माथे में लंबा तिलक और हसमुख चेहरा लिए कॉलेज में घूमता व्यक्ति ही रामचंद्र ठाकुर होगा, ऐसी पहचान लिए नए विद्यार्थी भी अपना काम और समस्या लिए उन्हें ढूंढ़ लेते थे.
कर्मचारी हित में लड़ाई रहेगी जारी : ठाकुर
रामचंद्र ठाकुर अपने स्वभाव व नेतृत्व क्षमता के कारण ही कर्मचारियों के हित में काम करने लगे. देखते ही देखते ही वे कर्मचारी संघ के नेता बन गए. अपने नेतृत्व क्षमता और हक की बात करने के कारण झारखंड विश्वविद्यालय महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के विभिन्न पद पर रहे. वर्तमान में वे कोल्हान प्रक्षेत्र के अध्यक्ष पद पर है. रामचंद्र ठाकुर ने बताया कि वे सेवानिवृत होने के बाद भी कर्मचारी हित में काम करते रहेंगे और लंबित मांगों की लड़ाई को जारी रखेंगे.